अब आपदा के समय पटना से एसडीआरएफ टीम नहीं आएगी
समस्तीपुर.अब आपदा की स्थिति में एसडीआरएफ या एनडीआरएफ की टीम को पटना से नहीं आना होगा। वह स्थायी तौर पर समस्तीपुर में ही रहेगी और किसी भी आपदा की स्थिति में सूचना पाते घटना स्थल पर पहुंच कर लोगों के जान-माल की रक्षा करेगी। इससे पहले एनडीआरएफ या एसडीआरएफ की टीम को किसी स्कूल या कालेज में ठहराया जाता था। यही नहीं किसी भी आपदा की स्थिति में उसे राज्य स्तर पर पटना से बुलवाया जाता था।
इसमें काफी विलंब भी हो जाता था। इसके लिए उजियारपुर प्रखंड कार्यालय के पास डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी रिस्पॉन्स एक्टिविटी कम ट्रेनिंग सेंटर बनकर तैयार है। सबकुछ ठीक रहा तो जुलाई से यहां एसडीआरएफ की स्थाई रूप से तैनाती हो जाएगी। यही उनका आवासन स्थल होगा। इस भवन के निर्माण से जिले में बाढ़, अगलगी, ठनका गिरने,सांप काटने से लेकर अन्य आने वाली आपदाओं से निपटने में सहायता मिलेगी। यहां पर 700 एसडीआरएफ के साथ-साथ इमरजेंसी में क्विक रेस्पॉन्स के लिए वाहन भी रहेंगे ताकि जिले के किसी स्थल पर तुरंत पहुंचा जा सके।यह भवन एसडीआरएफ के आवासन स्थल में भी सहायक होगा।साथ हीं आपदा के समय एनडीआरएफ की टीम भी अमूमन मई से सितंबर तक यहीं रूकेगी। यह समय चूंकि बाढ़ जैसी विपदा का होता है।
आपदा प्रबंधन विभाग के डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी रिस्पॉन्स एक्टिविटी कम ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण भवन निर्माण विभाग भवन प्रमंडल समस्तीपुर के द्वारा किया गया है। 29 अगस्त 2023 से निर्माणाधीन इस बहुप्रतीक्षित भवन को 6 करोड़ 93 लाख 29 हजार 3 सौ 82 रुपए की लागत से बनाया गया है। इसी माह 25 जून तक इसे पूर्ण रूप से हस्तगत कर दिया जाएगा। एसडीआरएफ की सुविधा के लिए भवन में बने रैंप में स्लोप भी बनाया गया है।चार मंजिला इस भवन में 700 एसडीआरएफ के स्थायी तौर पर रहने और खाने की व्यवस्था रहेगी। आपदा स्थल पर पहुंचने के लिए उनके लिए वाहन भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहेंगे। ^डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी रिस्पॉन्स एक्टिविटी कम ट्रेनिंग सेंटर का लाभ जिलावासियों को मिलेगा। एसडीआरएफ की 700 फोर्स यहां स्थायी तौर पर रहेगी जो आपदा की स्थिति में तुरंत घटना स्थल पर पहुंचेगी। यहां लोगों को भी आपदा से बचाव के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा। – आकाश कुमार, सीओ, उजियारपुर