जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का किया उद्घाटन
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का किया उद्घाटन
दरभंगा मानसिक रुप से बीमार व्यक्तियों के लिए गठित विधिक सेवा इकाई के सदस्यों हेतु दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार श्री विनोद कुमार तिवारी ने किया।
उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से बीमार एवं बौद्धिक अशक्तता वाले लोगों को विशेष सहयोग की जरूरत होती है। खास कर जब वह न्यायिक प्रक्रियाओं से संबद्ध है तो उसे न्यायालय की कार्यवाही आदि के विषय में जानना जरूरी होता है।
उन्होंने कहा कि नालसा द्वारा न्यायिक प्रक्रियाओं से संबद्ध मानसिक रूप से बीमार अथवा बौद्धिक अशक्तता वाले व्यक्तियों को उनके अनुकूल निःशुल्क विधिक सेवा उपलब्ध कराने के लिए नालसा लीगल सर्विसेस टू पर्सन विथ मेन्टल इलनेस एण्ड पर्सन विथ इंटलेक्चुअल डिस-एबिलिटीज स्कीम 2024 बनाया गया है,जो जरुरतमंदों के लिए मददगार साबित होगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री रंजन देव ने कहा कि मानसिक रूप से बीमार एवं बौद्धिक अशक्तता वाले व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सेवा मुहैया कराने के लिए विधिक सेवा इकाई”मनोन्याय”का गठन किया गया है,जो प्रशिक्षण के बाद नालसा स्कीम के अनुरूप कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस योजना के अनुसार मानसिक रोगियों को उनके विधिक अधिकारों की सुरक्षा की जाएगी।
कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रुप में सेवानिवृत्त एडीजे शिवकुमार झा,बीएमवीएस रवि कुमार,डीपीएम गिरीश मोहन शरण,कांउसलर डॉ.शंकर कुमार यादव और डॉ.रमेश कुमार पाठक ने मानसिक रोगियों से संबंधित मनोवैज्ञानिक व कानूनी पहलुओं एवं कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
मौके पर डिप्टी चीफ लीगल एड विरेंद्र कुमार झा सहित विधिक सेवा इकाई के पैनल अधिवक्ता सदस्य एवं पीएलवी सदस्य मौजूद थे।