‘पद के बदले पैसा’, आरोपों से घिरे BJP जिलाध्यक्ष मुखलाल ने खोला मोर्चा; बड़े नेताओं पर पलटवार
पद दिलाने के बदले 50 लाख रुपये लेने के मामले में प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर बनी तीन सदस्यीय कमेटी की जांच में दोषी पाए गए फतेहपुर के भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए जांच कमेटी पर ही सवाल उठाए। खुद को साजिशन फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए बेदाग बताया। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने और साजिश रच रहे लोगों पर कार्रवाई किए जाने की मांग भी की। इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री, निवर्तमान जिलाध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेताओं और जिला प्रशासन पर साजिश रचने का आरोप लगाया।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने फतेहपुर की फूलबाग कॉलोनी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों के सामने अपना पक्ष रखते हुए जांच कमेटी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कि कहा कि मेरी लोकप्रियता को देखते हुए संगठित कूटरचना कर फंसाया गया है। फतेहपुर के भू माफिया और गैंगस्टर के खिलाफ मुखर होने के कारण ही साजिशकर्ताओं के निशाने पर हूं। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, निवर्तमान जिलाध्यक्ष आशीष मिश्र, पूर्व क्षेत्रीय मंत्री अन्नू श्रीवास्तव और जिला प्रशासन पर साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच कमेटी के अध्यक्ष शिकायतकर्ता अनूप गुप्ता के स्वजातीय हैं। भेदभाव तरीके से जांच करने की आशंका पर उन्होंने प्रांतीय नेताओं से मामले शिकायत करते हुए किसी अन्य से जांच कराने की मांग भी की लेकिन ऐसा नहीं किया गया और उन्हें साजिशन झूठे आरोपों में फंसा दिया गया।
सपा ने मामले में कसा तंज
सपा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल ने पूर्व सांसद, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष, भाजपा के विधायकों आदि की पोल पट्टी खोल दी।
कक्षा आठ की फर्जी मार्कशीट से सांसद बनीं साध्वी
भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने आरोप लगाया कि कक्षा आठ की फर्जी मार्कशीट से पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति कैसे सांसद बनी इसकी जांच की जाए। उन्होंने आश्रम में लगी जमीनों को लेकर भी प्रश्न चिह्न लगाने हुए अन्य कई गंभीर आरोप लगाए। मुखलाल पाल ने कहा कि साध्वी निरंजन ज्योति के पास अकूत संपत्ति कहां से आई, तीन बीघे के आश्रम में तीन सौ बीघे जमीन कहां से आई। उनके 50 से अधिक डंपर खदानों से मौरंग ढोते हैं। इन आरोपों पर साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि जिलाध्यक्ष ने क्या बोला उन्हें जानकारी नहीं है। वैसे भी जो भी है वह पार्टी स्तर का मामला है कि शीर्ष संगठन देखेगा।
आरओ बिक्री से कैसे बनी 250 करोड़ की संपत्ति
मुखलाल पाल ने निवर्तमान जिलाध्यक्ष आशीष मिश्र और पूर्व क्षेत्रीय मंत्री अन्नू श्रीवास्तव पर भी गंभरी आरोप मढ़े। उन्होंने इन्हें भूमाफियाओं का साथ देने की बात कही। आरोप लगाया कि निवर्तमान जिलाध्यक्ष आरओ बिक्री करने का काम करते थे। आज उनके पास 250 सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति कैसे आ गई। इस बारे में निवर्तमान जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने कहा कि मुखलाल पाल उनके बड़े भाई जैसे हैं, वह किसके दबाव में उन पर खिलाफ आरोप लगा रहे हैं यह पता नहीं है।
परेशान न हो, बड़े नेता का फोन आया
भाजपा जिलाध्यक्ष ने जिला प्रशासन पर भी कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कई तालाबों में करीब 40 बीघे की जमीन पर कब्जा कर भूमाफियाओं ने बिक्री कर दी। वहां लोगों के घर बने हैं, कार्रवाई का दबाव बनाने पर मुझे घेरने की कोशिश की जा रही है। कई सरकारी जमीनों पर कब्जे की शिकायत जिला प्रशासन से की गई। एसडीएम कहते हैं कि अभी समय नहीं है, डीएम कहते हैं कि परेशान न हो एक बड़े नेता का फोन आ गया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।
यह था मामला
भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल पर बांदा निवासी पूर्व भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष और मौरंग व्यवसायी अजीत गुप्ता ने पद दिलाने के बदले पार्टी फंड के नाम पर 50 लाख लेने का आरोप लगा शीर्ष नेतृत्व से लिखित शिकायत की थी। शिकायती पत्र और 50 लाख के लेनदेन का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो जांच शुरू हुई। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित हुई।