जीविका अधिकार केंद्र के को-ऑर्डिनेटर और नोडल कर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण
जीविका अधिकार केंद्र के को-ऑर्डिनेटर और नोडल कर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण
दरभंगा जिला परियोजना समन्वय इकाई दरभंगा के द्वारा बेला मोड़ स्थित होटल में दरभंगा और सुपौल जिलों के दीदी अधिकार केंद्र के समन्वयक और नोडल कर्मियों के लिए चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण का आयोजन सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज संस्था के द्वारा किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम 27 जुलाई 2024 तक आयोजित किया जाएगा।
प्रशिक्षण में दरभंगा जिले के सात प्रखंड यथा–मनीगाछी, तारडीह, सदर,हायाघाट, बहेड़ी, बेनीपुर एवं बिरौल तथा सुपौल जिले के चार प्रखंड – छातापुर, बसंतपुर, प्रतापगंज एवं त्रिवेणीगंज के दीदी अधिकार केंद्र समन्वयक और संबंधित प्रखंडों के नोडल कर्मी शामिल हैं।
सामाजिक विकास प्रबंधक नरेश कुमार ने बताया दीदी अधिकार केंद्र जीविका द्वारा किया गया एक नवाचार है, जिसके माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लैंगिक भेद-भाव की शिकार महिलाओं के लिए एक सहायता और परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है।
केंद्र में पीड़ित महिलाओं को एक ही स्थान पर समाधान मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में लिंग आधारित हिंसा रोकना, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और पीड़ित महिलाओं को दीदी अधिकार केंद्र के माध्यम से उचित परामर्श देकर उनके अधिकार दिलाना है।
साथ ही इसके अलावा, विभिन्न सहायक सेवा प्रदान करने वाली संस्थाओं जैसे महिला थाना, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण केंद्र, सखी वन स्टॉप सेंटर आदि के साथ समन्वय स्थापित कर पीड़ित महिलाओं को यथोचित लाभ दिलाना है।
संचार प्रबंधक बलराम कृष्ण ने कहा यह अधिकार केंद्र एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं आसानी से अपनी समस्याएं बता सकेंगी और उनसे निजात पा सकेंगी।
सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज संस्था से तीन प्रशिक्षक – जेंडर विशेषज्ञ श्रीकांत, शेखर और प्राक्षी प्रिया – ने प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा, “लिंग आधारित हिंसा और बाल विवाह को रोकने तथा लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक है, इसके माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की आवाज को बुलंद करना, लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करना और विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें उनके अधिकारों तक पहुंच दिलाना है।
प्राक्षी प्रिया ने कहा अपने घर में बच्चों और बच्चियों में अंतर न करें और अपने अधिकारों को समझते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करें।
प्रशिक्षण में दरभंगा जिला से संचार प्रबंधक राजा सागर और सुपौल से संचार प्रबंधक बलराम कृष्ण भी मौजूद रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जीविका का यह प्रयास महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होगा।
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