कैबिनेट से पथ निर्माण विभाग की 13 योजनाओं को मिली मंजूरी, 668 करोड़ की लागत से 11 जिलों की बदलेगी सूरत
कैबिनेट से पथ निर्माण विभाग की 13 योजनाओं को मिली मंजूरी, 668 करोड़ की लागत से 11 जिलों की बदलेगी सूरत
बिहार में सड़क और पुलों के विकास के लिए पथ निर्माण विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य कैबिनेट ने विभाग की 13 नई योजनाओं को मंजूरी दी है, जिन पर करीब 668 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके तहत राज्य के 11 जिलों में लगभग 110 किलोमीटर लंबी सड़कों का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही कई जगह पुल और पहुँच पथ भी बनाए जाएंगे, जिससे यातायात सुगम और सुरक्षित होगा।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विज़न के मुताबिक राज्य के किसी भी हिस्से से राजधानी पटना तक अधिकतम साढ़े तीन घंटे में पहुंचने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। मंत्री ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इन परियोजनाओं से किसानों, व्यापारियों और आम लोगों को सीधा लाभ होगा क्योंकि बाजार और जरूरी सेवाओं तक पहुंच पहले से आसान हो जाएगी।
नई परियोजनाओं में समस्तीपुर जिले में मोहिउद्दीननगर से चकला तक करीब सात किलोमीटर सड़क का काम होगा, जिस पर 32 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च आएगा। मधेपुरा में चांदनी चौक से पस्तपार तक करीब 11 किलोमीटर सड़क बनेगी। बेतिया में बगहा से सेमरा तक 14 किलोमीटर लंबी सड़क और पुल का निर्माण होगा, जिससे वहां के बाजार और गांवों को जोड़ने में मदद मिलेगी।
इसी तरह गोपालगंज, सहरसा, नवादा, आरा, मधुबनी, मोतिहारी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण और कटिहार में भी सड़क और पुल निर्माण के लिए रकम स्वीकृत की गई है। खास बात यह है कि हिसुआ बाईपास बनने से नवादा और आसपास के इलाकों में जाम की समस्या कम होगी। मधुबनी में कमला बलान नदी पर नया पुल दो प्रखंडों को जोड़ेगा और लोगों को राहत देगा।
मंत्री ने कहा कि इन योजनाओं के पूरे होने के बाद लोगों को स्कूल, अस्पताल, बाजार और अन्य जरूरी जगहों तक पहुंचने में काफी सहूलियत होगी। सरकार का मकसद है कि हर गांव और शहर बेहतर और टिकाऊ सड़कों से जुड़ा रहे ताकि राज्य का बुनियादी ढांचा मजबूत हो सके और विकास की रफ्तार तेज हो।