Bihar: पप्पू यादव के बिगड़े बोल ; ‘भटियारा आयोग है इलेक्शन कमीशन’
Bihar: पप्पू यादव के बिगड़े बोल ; ‘भटियारा आयोग है इलेक्शन कमीशन’
दरभंगा: बिहार के दरभंगा पहुंचे पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर जमकर हमला बोला। उन्होंने चुनाव आयोग को “भठियारा आयोग” और “चपरासी आयोग” तक कह डाला। यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब कोई पूर्व चुनाव आयुक्त टी.एन. शेषन और के.जे. राव का जमाना नहीं रहा। पटना में राहुल गांधी के रथ पर सवार न होने दिए जाने के मामले पर उन्होंने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “बचपन से अपमानित होता आया हूं, एक बार फिर अपमानित हुआ हूं।”
बिहार बंद की बात
पटना में बिहार बंद के दौरान पप्पू यादव के साथ हुई कथित बदसलूकी के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे बिहार के सम्मान और स्वाभिमान के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम बिहार की जिंदगी के लिए लड़ रहे हैं। पप्पू यादव के सम्मान और स्वाभिमान का क्या मतलब? मेरी क्या औकात है? हम तो बचपन से ही अपमान और सम्मान होते रहे हैं। हम सिर्फ बिहार के सम्मान की बात करेंगे। बिहार के गरीब और आम लोगों के हक के साथ कोई समझौता नहीं होगा।”
आयोग पर प्रहार
पप्पू यादव ने जहां एक ओर टी.एन. शेषन और के.जे. राव जैसे पूर्व चुनाव आयुक्तों की सराहना की, वहीं वर्तमान चुनाव आयोग को “भठियारा आयोग” का दर्जा देते हुए उस पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा और आरएसएस का “चपरासी” बन गया है। उन्होंने कहा कि शेषन और राव के कार्यकाल में स्वतंत्र रूप से कार्य होता था, जबकि वर्तमान में ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग के सदस्य “घर के चपरासी” है। यादव ने कहा कि वे बिहार के सवा दो करोड़ लोगों की लड़ाई लड़ रहे हैं और उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट यहां की गरीब जनता के हक में फैसला देगा।
चोट पर बोले पप्पू यादव
अपनी चोट के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया, “हमने कहीं कहा है कि हम अपमानित हुए हैं? भीड़ के कारण गिरकर हमें चोट लग गई है। हम तो गरीब और समाज के लिए एक लाख बार अपमान होंगे। हमें ऐसा अपमान मंजूर है, जिसमें बिहार और बिहारी को बचाया जा सके।” ध्यान रहे कि बिहार बंद के दौरान पप्पू यादव को उस रथ पर चढ़ने नहीं दिया गया था, जिस पर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी सवार थे। पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को सुरक्षा कर्मियों ने रथ पर सवार नहीं होने दिया।