जाति पूछी, थूक चटवाया और थाने में पीटा, साइड नहीं देने पर ऑटो ड्राइवर को थानेदार ने मारा
जाति पूछी, थूक चटवाया और थाने में पीटा, साइड नहीं देने पर ऑटो ड्राइवर को थानेदार ने मारा
शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. मेहुस थाना प्रभारी प्रवीण चंद्र दिवाकर पर आरोप है कि उन्होंने एक ई-रिक्शा चालक प्रद्युमन कुमार को जाति पूछकर बेरहमी से पीटा. फिर थाने ले जाकर जमीन पर थूकवाकर जबरन थूक चटवाया. मामले में एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थानेदार को निलंबित कर दिया है.
“वह व्यक्ति सादे कपड़े में था, इसलिए पहचान नहीं पाया. बाद में पता चला कि वह मेहुस थाना प्रभारी प्रवीण चंद्र दिवाकर हैं. थानेदार ने बिना वजह गाली दी. फिर पुलिस वाहन बुलाकर मुझे पकड़वाया. पुलिस जीप से लाठी निकाली गई और सड़क पर ही 50 से 60 बार पीटा गया.”– प्रद्युमन कुमार,पीड़ित
‘लाठी से पीटा, गालियां दी’: पीड़ित ने आगे बताया, मेरा मुंह सूंघकर शराब पीने का आरोप लगाने की कोशिश की गई. पुष्टि नहीं होने पर थप्पड़ मारकर थाने ले गए. वहां भी लाठियों से पीटा गया, गालियां दी गईं. मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया.
‘इस जाति से मुझे नफरत है’: ई-रिक्शा चालक प्रद्युमन कुमार ने कहा कि इस दौरान थानाध्यक्ष ने मेरी जाति पूछी. जब प्रद्युमन ने ब्राह्मण बताया, तो थानेदार ने कहा-ब्राह्मण जाति के लोगों को देखना भी पसंद नहीं है. इस जाति से मुझे नफरत है. इसके बाद जमीन पर थूकवाकर जबरन थूक चटवाया गया. यह सब थाने में हुआ, जहां न्याय मिलना चाहिए.
सोमवार देर शाम की घटना
दरअसल, पूरा मामला मेहुस थाना क्षेत्र की है। पीड़ित ऑटो चालक मेहुस गांव का रहने वाला प्रद्युमन कुमार (26) है। प्रद्युमन ने आरोप लगाया है कि थानाध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर ने उससे थूक भी चटवाया। बताया जा रहा है कि ऑटो ड्राइवर सोमवार देर शाम सवारी उतारकर घर जा रहा था। तभी थानाध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर सादे कपड़ों में बुलेट से उसके पीछे थे। आरोप है कि थानाध्यक्ष साइड लेने के लिए लगातार हॉर्न बजा रहे थे। साइड देने में थोड़ी देर हुई तो उन्होंने ऑटो ड्राइवर को पकड़ लिया। उन्होंने थाने से अन्य पुलिसकर्मियों को भी बुला लिया।
एसपी ने थानेदार को किया सस्पेंड
वहीं, एएसपी राकेश कुमार ने कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही एसपी के निर्देश पर उन्होंने थाने पर जाकर जांच की। जांच में थानेदार पर लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद तत्काल प्रभाव से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना पुलिस महकमे के लिए भी किसी धब्बे से कम नहीं है। थानेदार को लाइन हाजिर किया गया है और विभागीय कार्रवाई के लिए एसपी को लिखा गया है।
विधायक तक पहुंचा मामला
पीड़ित का आरोप है कि थानेदार ने उसे बीच सड़क पर बेरहमी से पीटा। बाद में उसे थाने ले गए और वहां भी बुरी तरह पीटा। ऑटो ड्राइवर ने थानेदार पर जाति पूछकर आपत्तिजनक शब्द कहने का भी आरोप लगाया है। उसने कहा कि बाद में थूक चटवाया और माफी मंगवाई, तब जाकर उसे छोड़ा गया। इसके बाद मंगलवार को पीड़ित ऑटो ड्राइवर विधायक सुदर्शन कुमार के यहां गया और शिकायत की। जिसके बाद विधायक ने एसपी को मामले के बारे में बताया और कार्रवाई शुरू हुई। वहीं, थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर का कहना है कि टेंपो ड्राइवर ने गश्ती कर रही महिला सिपाही को देखकर सीटी मारी थी। इसलिए उसे थाने पर ले जाकर पीटा गया था।