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अब 2000 युवतियों को ड्राइविंग सिखायेगी सरकार; पिंक बस के लिए बिहार में चाहिए महिला चालक

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अब 2000 युवतियों को ड्राइविंग सिखायेगी सरकार; पिंक बस के लिए बिहार में चाहिए महिला चालक

पटना। पटना, मुजफ्फरपुर, गया, पूर्णिया और दरभंगा की तर्ज पर सितंबर तक राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में महिलाओं के लिए विशेष पिंक बस चलाने की तैयारी है।

बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) ने वर्तमान में चल रही 20 सीएनजी पिंक बसों की सफलता के बाद अन्य प्रमुख जिलों में भी इसका परिचालन शुरू करने का फैसला लिया है।

इसके लिए पांच करोड़ रुपये की लागत से 80 और पिंक बसें मंगवाई जा रही हैं। इन बसों के अगस्त महीने के अंत तक बिहार पहुंच जाने की संभावना है। इनमें 35 बसों का परिचालन राजधानी पटना में होगा, जबकि शेष बसें अन्य प्रमुख जिलों में चलाई जाएंगी।

बिहार राज्य पथ परिवहन निगम पिंक बस चलाने के लिए दो हजार महिला चालकों को प्रशिक्षित करेगा. इसके लिए बीएसआरटीसी प्रशासक अतुल कुमार वर्मा और परिवहन विभाग की विशेष कर्तव्य अधिकारी अरुणा कुमारी ने प्रदेश के मोटर वाहन चालक प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में यह जानकारी दी गई कि जल्द ही लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) लाइसेंस धारी महिला चालकों को पिंक बस चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा.

तीन चरणों में मिलेगी ट्रेनिंग

बीएसआरटीसी प्रशासक अतुल कुमार वर्मा ने बताया कि तीन चरण में 500-500 महिला चालकों को 30 दिनों तक बस चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जल्द इससे संबंधित आवेदन प्राप्त किए जाएंगे. सभी आवासीय ट्रेनिंग स्कूल में साफ शौचालय, पेयजल की सुविधा, ऊंचे बाउंड्री वॉल होना अनिवार्य किया गया है. महिलाओं के लिए सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिकोण से व्यवस्थाएं पुख्ता होनी चाहिए. बस चलाने में निपुण महिला चालकों को ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा.

इन जिलों में दिया जायेगा प्रशिक्षण

बीएसआरटीसी प्रशासक अतुल कुमार वर्मा के अनुसार, 80 पिंक बसें अगस्त महीने के आखिरी तक बिहार पहुंच जाएंगी. इन बसों को चलाने के लिए महिला चालकों को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे उन्हें रोजगार मिल सकेगा. महिला चालकों के आवासीय प्रशिक्षण पर संचालकों के साथ मिलकर विभाग रूपरेखा तैयार कर रहा है. इस बैठक में पूर्णिया, औरंगाबाद, लखीसराय, मुंगेर, बांका, गोपालगंज, दरभंगा, सीवान, इत्यादि जिले से मोटर वाहन प्रशिक्षण संस्थान के संचालक मौजूद रहें.

बसों में मिलेगी ये सुविधा

परिवहन विभाग के अनुसार, महिलाओं की जरूरतों का ध्यान रखते हुए इन बसों में सेनेटरी पैड और मेडिकल किट की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा सुरक्षा के लिए जीपीएस ट्रैकर, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरा और मोबाइल चार्जर की सुविधा भी इनमें मौजूद रहेगी।

राजधानी समेत पांच शहरों में चल रहीं पिंक बसें 

इस वर्ष मई में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएनजी से चलने वाली 20 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई थी। इनमें आठ बसों का परिचालन राजधानी की सभी रूटों पर सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक किया जाता है।

इसमें रोजाना 1500 से दो हजार महिलाएं और छात्राएं सफर कर रहीं हैं। इसके अलावा मुजफ्फरपुर जिले में चार और गया, पूर्णिया और दरभंगा जिले में दो-दो पिंक बसें चल रही हैं। सभी बसों में दो-दो महिला कंडक्टरों को जिम्मेदारी दी गई है।

बीएसआरटीसी राजधानी के सभी कॉलेजों में पिंक बस का पास बनाने के लिए विशेष कैंप भी आयोजित करेगा।

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