देसी चीज झोपड़ी में आते ही हो जाती विदेशी, मुजफ्फरपुर में नकली शराब का काला कारोबार बेनकाब
देसी चीज झोपड़ी में आते ही हो जाती विदेशी, मुजफ्फरपुर में नकली शराब का काला कारोबार बेनकाब
मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र के डकरामा गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने नकली शराब बनाने की एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। यह कार्रवाई बुधवार देर रात हुई। बताया जा रहा है कि गांव के एक दूर इलाके में झोपड़ी के अंदर यह फैक्ट्री चल रही थी। यहां भारी मात्रा में नकली शराब तैयार की जा रही थी। फैक्ट्री में स्प्रिट और रसायन से नकली शराब बनाकर, उस पर ब्रांडेड लेबल लगाकर बाजार में बेचा जाता था। मौके से नकली शराब, स्प्रिट की बोतलें और लेबल बरामद हुए हैं।
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई
दरअसल, उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि डकरामा गांव में अवैध रूप से शराब बनाई जा रही है। इसके बाद उत्पाद निरीक्षक के नेतृत्व में टीम ने छापा मारा। अधिकारियों ने बताया कि शराब बनाने के उपकरण और सामग्री भी जब्त की गई है। जांच में पता चला है कि यह गिरोह नकली शराब को ब्रांडेड बोतलों में भरकर आसपास के इलाकों में सप्लाई करता था।
दूसरी कामयाबी मिली अहियापुर थाना क्षेत्र के शिवराहा गांव में, जहां उत्पाद विभाग ने फिल्मी अंदाज में पीछा कर एक पिकअप वैन को पकड़ लिया। यह वैन झारखंड से विदेशी शराब की 80 कार्टन लेकर मुजफ्फरपुर पहुंची थी। गाड़ी को रोकने की कोशिश पर चालक नीतीश कुमार, जो झारखंड के रामगढ़ का निवासी है, गाड़ी लेकर भागने लगा। लेकिन उत्पाद विभाग की टीम ने कई किलोमीटर तक पीछा कर उसे नाले में फंसी गाड़ी से धर दबोचा।
उत्पाद इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि दोनों मामलों में गुप्त सूचना पर सटीक कार्रवाई की गई। एक तरफ नकली शराब का जाल तो दूसरी तरफ अंतरराज्यीय शराब तस्करी की साजिश — दोनों का भंडाफोड़ कर लिया गया है। गिरफ्तार चालक से पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इससे बड़ी शराब माफिया चेन का भी सुराग हाथ लगेगा।
लेकिन सवाल यही है कि क्या प्रशासनिक कार्रवाई सिर्फ बूंदभर कार्रवाई बनकर रह जाएगी या फिर नकली शराब के इस जहरीले कारोबार पर समूल प्रहार होगा?