कौन हैं बिहार की IPS दीक्षा…जिन्हें हाई प्रोफाइल गोपाल खेमका मर्डर केस की सौंपी गई कमान,तीसरे प्रयास में बनीं IPS
कौन हैं बिहार की IPS दीक्षा…जिन्हें हाई प्रोफाइल गोपाल खेमका मर्डर केस की सौंपी गई कमान,तीसरे प्रयास में बनीं IPS
Bihar IPS Story: बिहार के नामी बिजनेसमैन गोपाल खेमका की पटना में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस इस मामले में एक-एक पहलुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है. इन तमाम गतिविधियों के बीच आईपीएस दीक्षा सुर्खियों में छा गई हैं. दरअसल, जहां हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया, उस क्षेत्र की एससी दीक्षा ही हैं. घटना से जुड़ी हर एक पहलुओं की जांच पर नजर बनाए हुई हैं और हत्यारे की खोजबीन में लगातार एक्टिव हैं. ऐसे में आईपीएस दीक्षा को लेकर कई तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है.
IIT से हासिल की बीटेक की डिग्री
तीसरी बार में UPSC क्रैक करके बनें IPS
पिता के सपने को किया साकार
विस्तार रूप से आईपीएस दीक्षा की बात करें तो, वे बिहार कैडर की अधिकारी हैं. दीक्षा के पिता की इच्छा थी कि, वे आईपीएस बने. यही वजह रही कि, दीक्षा ने यूपीएससी की दूसरी कोशिश में ही रेलवे सेवा में चयन पा लिया था. लेकिन, पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी और आईपीएस बन गई. इस तरह से उन्होंने अपने पिता के सपने को पूरा किया. आईपीएस दीक्षा राजस्थान के झुंझुनू जिले के खेतड़ी गांव की रहने वाली है. उनके पिता हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड में एजीएम पद पर हैं तो वहीं मां एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं.
अमित शाह ने भी किया था सम्मानित
वहीं, तीसरी बार यूपीएससी क्लियर कर आईपीएस बनने वाली दीक्षा ने वर्ष 2018 में आईआईटी दिल्ली से टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में बीटेक की डिग्री हासिल की हैं. उन्होंने दूसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा में 342वीं रैंक हासिल की थी. जिसके बाद उन्होंने रेलवे सेवा में चयन पाया था. हालांकि, इसके बाद फिर तीसरी बार अपनी रैंक में सुधार कर 238वीं रैंक हासिल करके आईपीएस बन गई. जानकारी के मुताबिक, IPS ट्रेनिंग के दौरान दीक्षा ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए हैदराबाद के प्रशिक्षण संस्थान में स्वोर्ड ऑफ ऑनर में पहला स्थान प्राप्त किया. इतना ही नहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें मेडल देकर सम्मानित भी किया.
बिहार में संभाले कई ऑपरेशन्स
वहीं, बिहार में आईपीएस दीक्षा की सेवा को लेकर बात करें तो, प्रोबेशन पीरियड के दौरान दीक्षा सीतामढ़ी में एसएचओ के पद पर रहीं, जहां उन्होंने कई मामलों में जमीनी स्तर पर काम किया. इसके अलावा दानापुर में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने प्रोटोकॉल और सुरक्षा व्यवस्था को संबाला और कई ऑपरेशन्स में अहम भूमिका निभाई. जिसके बाद अब उन्हें हाई प्रोफाइल मर्डर गोपाल खेमका केस की कमान सौंपी गई है. देखना होगा कि, मामले में आगे क्या कुछ खुलासे होते हैं और आरोपी कब तक पकड़े जाते हैं.