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नीतीश ने मंत्री विजय चौधरी का हाथ खींच कर जबरन क्यों हटाया? क्या था कारण- जानिए कैसे हैं CM से संबंध

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नीतीश ने मंत्री विजय चौधरी का हाथ खींच कर जबरन क्यों हटाया? क्या था कारण- जानिए कैसे हैं CM से संबंध

Bihar Police पटना में शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक कार्यक्रम में अपने ही मंत्री पर बिफर गए। दरअसल, बापू सभागार में बिहार पुलिस के नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह चल रहा था। उस दौरान समारोह के मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी के साथ थे। कार्यक्रम शुरू ही हुआ था कि इतने में नीतीश ने चौधरी का हाथ पकड़कर उन्हें मंच से हटाने की कोशिश की। उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। उनकी जगह पर ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव को खड़ा कर दिया।  इसे देखकर दोनों डिप्टी सीएम समेत सभी लोग हतप्रभ रह गए। कार्यक्रम में पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में ये घटना चर्चा का विषय बन गई।

क्या मंच का अरेंजमेंट गड़बड़ था?

दरअसल, मंच पर दाहिने से सम्राट चौधरी, फिर नीतीश कुमार, विजय सिन्हा, विजय चौधरी और विजेंद्र खड़े थे। सीएम के बाद सम्राट चौधरी और फिर विजय सिन्हा ने नियुक्ति पत्र दिया। फिर सबसे आखिर में खड़े विजेंद्र यादव ने नियुक्ति पत्र बांटा। इसके बाद विजय चौधरी ने नियुक्ति पत्र दिया। इस बात की अनाउंस की जा रही थी कि किस कैंडिडेट को कौन मंत्री नियुक्ति पत्र देंगे। मगर, उस हिसाब से मंच पर सीएम और मंत्री खड़े नहीं थे। नीतीश कुमार ने इस बात को नोटिस कर लिया। फिर उन्होंने विजय चौधरी को किनारे जाने के लिए कहने के साथ धक्का देने लगे। आखिरकार, मंच पर विजय चौधरी विजेंद्र यादव ने अपना स्थान बदल दिया। मगर, जिस तरीके से ये सब मंच हुआ, वो काफी अटपटा था।

नीतीश ने मंच पर अचानक बदला मंत्री

कार्यक्रम के दौरान पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों डिप्टी सीएम ने नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र दिए। इसके बाद शिक्षा मंत्री विजय चौधरी की बारी आई। वे नियुक्ति पत्र दे ही रहे थे कि मुख्यमंत्री ने अचानक उनकी ओर मुड़कर कहा- ‘ये-ये…’ और उनका हाथ पकड़ लिया। ये देखकर विजय चौधरी भी मुस्कुराते हुए चुपचाप पीछे हट गए। उनकी जगह सीएम ने ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव को मंच पर बुला लिया और उन्हें नियुक्ति पत्र बांटने को कहा।

मंच पर अधिकारी भी रह गए हैरान

मुख्यमंत्री की इस अप्रत्याशित कार्रवाई से मंच पर मौजूद अधिकारी भी हैरान रह गए। मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रधान सचिव और डीजीपी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सीएम ने इस अवसर पर मंच से ही अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस विभाग में खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाए। उन्होंने अधिकारियों से पूछा, ‘बताइए… जल्दी बहाली करेंगे न?’ मंच पर अधिकारियों को खड़ा कर यह संवाद भी असामान्य रहा।

नीतीश कुमार ने ऐसा क्यों किया?

मंच पर जो कुछ हुआ वह अजीब था। लेकिन, इसके पीछे की वजह नियुक्ति पत्र बांटने का क्रम सही न होना था। नीतीश कुमार ने इसे नोटिस किया और विजय चौधरी को किनारे जाने का इशारा किया। नीतीश का इशारा चौधरी नहीं समझ पाए तो सीएम ने उन्हें धक्का दिया। इसके बाद विजय चौधरी और विजेंद्र यादव ने मंच पर अपनी जगह बदल ली। यह सब कुछ जिस तरह से हुआ, वह अटपटा था। मंच पर सम्राट चौधरी, नीतीश कुमार, विजय सिन्हा, विजय चौधरी और विजेंद्र यादव क्रम से खड़े थे। सीएम के बाद सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के नियुक्ति पत्र दिया, फिर विजेंद्र यादव ने नियुक्ति पत्र बांटा। इसके बाद विजय चौधरी नियुक्ति पत्र बांटने लगे। सीएम यही चाहते थे।

पुलिस बल में होगी और भर्ती: नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अब बिहार पुलिस में 2 लाख 29 हजार कर्मी होंगे। यदि जरूरत पड़ी तो और भी अधिक पदों पर भर्ती की जाएगी। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब उनकी सरकार 2005 में बनी थी, तब राज्य में महज 42,481 पुलिसकर्मी थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त की स्थिति बेहद खराब थी, इसलिए हमने पुलिस बल को मजबूत करने का निर्णय लिया।

 

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