दरभंगा में नशा मुक्ति दिवस पर विशेष कार्यक्रम: जीविका दीदियों की सक्रिय भागीदारी
दरभंगा में नशा मुक्ति दिवस पर विशेष कार्यक्रम: जीविका दीदियों की सक्रिय भागीदारी
दरभंगा जिले के समाहरणालय परिसर स्थित अंबेडकर सभागार में नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर एक लाइव वीडियो प्रसारण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिले की सैकड़ों जीविका दीदियाँ ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और लाभान्वित हुईं।
कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. डीपीएम ऋचा गार्गी ने कहा कि बिहार में जीविका दीदियों की मांग पर ही शराबबंदी लागू की गई थी और इसका सकारात्मक प्रभाव सभी के जीवन में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से राज्य में महिलाओं और बच्चों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों में कमी आई है और समाज में शांति और सद्भावना बढ़ी है।
कार्यक्रम में शराब और नशा सेवन के दुष्प्रभावों को विभिन्न कलाओं, जैसे नाट्य प्रस्तुतियों, गीत-संगीत और दृश्य कला के माध्यम से दिखाया गया।
संचार प्रबंधक राजा सागर ने अपने संबोधन में कहा कि शराब और नशे का सबसे बड़ा खामियाजा महिलाओं और बच्चों को भुगतना पड़ता है। उन्होंने बताया कि शराबबंदी के कारण राज्य में घरेलू हिंसा, झगड़ा-झंझट और सड़क दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ है और परिवारों में आर्थिक स्थिरता आई है।
कार्यक्रम में यह भी दिखाया गया कि शराबबंदी के बाद बेरोजगार हुए परिवारों को सतत जीविकोपार्जन योजना से जोड़ कर उनके जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाए गए हैं। वीडियो के माध्यम से इन परिवारों की कहानियों को साझा किया गया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे इस योजना ने उनके जीवन को बदल दिया है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है।
इस कार्यक्रम में एसजेवाई नोडल अजय राव, सामाजिक विकास प्रबंधक नरेश कुमार, बीपीएम सुकेश मिश्रा और पल्लवी कुमारी भी उपस्थित रहे।
अंत में, उपस्थित सभी लोगों ने मिलकर नशा मुक्ति की शपथ ली और समाज को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया।
दरभंगा की दीपिका ठाकुर को नशा मुक्ति अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान
दरभंगा जिले के डीपीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि सदर प्रखंड के शीशो पूर्वी पंचायत की जीविका दीदी दीपिका ठाकुर को नशा मुक्ति अभियान में बेहतर कार्य करने के लिए आज नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में माननीय मध निषेध मंत्री रत्नेश सदा जी द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूरे राज्य से सिर्फ तीन समूहों के सदस्यों और कर्मियों का चयन किया गया था, जिसमें दरभंगा की दीपिका ठाकुर का भी चयन हुआ। यह पूरे जिले और राज्य के लिए गौरव का पल है।