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Bihar Diwas 2025: PM मोदी ने मॉरीशस में बढ़ाया; वैश्विक मंच पर चमक रही बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर

Bihar Diwas 2025: PM मोदी ने मॉरीशस में बढ़ाया; वैश्विक मंच पर चमक रही बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर

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Bihar Diwas 2025: PM मोदी ने मॉरीशस में बढ़ाया; वैश्विक मंच पर चमक रही बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर

Bihar Diwas 2025: आज (22 मार्च, 2025) से पटना में बिहार दिवस का आयोजन होने जा रहा है. इसके लिए ऐतिहासिक गांधी मैदान सजकर तैयार हो चुका है. इस बार के बिहार दिवस का थीम “उन्नत बिहार-विकसित बिहार” है. 26 मार्च तक आयोजन होगा. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्घाटन करेंगे. आम लोगों के लिए यह आयोजन मुफ्त है. विभिन्न विभागों की तरफ से स्टॉल लगाए गए हैं जहां सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी.

22 से 24 मार्च तक विभिन्न स्टॉल पर छात्र-छात्राओं की तरफ से बनाए गए मॉडल, चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कृत चित्रों की प्रदर्शनी और शिक्षकों के निर्मित शिक्षण लर्निंग सामग्री (टीएलएम) का प्रदर्शन किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग 22 और 23 मार्च को 15 मुफ्त हेल्थ स्टॉल लगाएगा.

बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए महाबोधि मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय, विश्व शांति स्तूप, तख्त श्रीहरिमंदिर पटना साहिब जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों की थ्री-डी प्रतिकृतियां बनाई जाएंगी. इसका वर्चुअल माध्यम से लोग आनंद ले सकेंगे. इस आयोजन में हथकरघा, हस्तशिल्प, चमड़ा, जूट और लाह उद्योगों से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी भी होगी.

लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभाग की तरफ से नुक्कड़-नाटक का भी आयोजन किया जाएगा. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग गांधी मैदान में एक विशेष स्टॉल लगाएगा जहां विभाग की उपलब्धियों, कार्यप्रणाली और भविष्य की योजनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, ललित कला भवन में दिव्यांग बच्चों के लिए पेंटिंग कार्यशाला आयोजित होगी जिसमें पटना के विभिन्न विद्यालयों के छात्र भाग लेंगे.

मॉरीशस यात्रा पर पीएम मोदी ने गिफ्ट किया मखाना

बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को आज विश्व भर में सराहा जा रहा है। अभी हाल ही में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस यात्रा पर गए तो वहां के राष्ट्रपति को बिहार का प्रसिद्ध सुपरफूड मखाना उपहार स्वरूप भेंट किया। यह कोई साधारण भेंट नहीं थी, बल्कि बिहार की पारंपरिक उपज को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का एक मजबूत संकेत था। मखाना को मिथिलांचल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। इसकी यह वैश्विक यात्रा बिहार के लिए गर्व का विषय है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित हुई बिहार की सांस्कृतिक विरासत

इसी तरह, वर्ष 2023 में भारत की मेजबानी में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन ने भी बिहार की शैक्षिक और सांस्कृतिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया।

इस सम्मेलन के स्वागत क्षेत्र में नालंदा विश्वविद्यालय की छवि को पृष्ठभूमि के रूप में चुना गया। नालंदा कभी विश्व का सबसे बड़ा शिक्षा केंद्र था। इस प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि बिहार की धरोहर आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक है।

विश्व नेताओं को पीएम ने गिफ्ट की मिथिला पेंटिंग

बिहार की मिथिला पेंटिंग भी वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विभिन्न विदेशी दौरों के दौरान विश्व नेताओं को मिथिला पेंटिंग भेंट कर इस पारंपरिक कला को बढ़ावा दिया है। सिंगापुर यात्रा के दौरान उन्होंने इंडियन हेरिटेज सेंटर से रूपे कार्ड के जरिए मधुबनी पेंटिंग खरीदी। यह छोटा-सा कदम बिहार के कारीगरों के लिए एक बड़ी प्रेरणा बन गया।

वित्त मंत्री ने पहनी मिथिला पेंटिंग से सजी साड़ी

इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट पेश करते समय मिथिला पेंटिंग से सजी साड़ी पहनकर इस कला को देशभर में चर्चा का विषय बना दिया।

113 साल का गौरवशाली सफर

22 मार्च को बिहार अपनी स्थापना के 113 साल पूरे करेगा। वर्ष 1912 में बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग होकर बिहार एक स्वतंत्र प्रांत बना था। इन 113 वर्षों में बिहार ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को हमेशा संजोए रखा। इस वर्ष बिहार दिवस की थीम ‘वैश्विक मंच पर चमक रही बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर रखी गई है, जो राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करते हुए इसके सतत विकास और उज्ज्वल भविष्य पर केंद्रित है।

इस खास अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया है, जो 26 मार्च तक चलेगा। इस समारोह में विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी, जो बिहार के विकासात्मक कार्यों, लोक-कल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों को जनता के सामने पेश करेंगी। ये प्रदर्शनियां न केवल बिहार की प्रगति की कहानी कहेंगी, बल्कि राज्य के नागरिकों को सरकार के प्रयासों से जोड़ने का माध्यम भी बनेंगी। इसके अतिरिक्त, पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल और रवींद्र भवन में सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में लोक नृत्य, संगीत, नाटक और परिचर्चाएं शामिल होंगी, जो बिहार की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित करेंगी।

बिहार नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार

बिहार दिवस केवल अतीत का उत्सव नहीं, बल्कि भविष्य की नींव रखने का अवसर भी है। आज बिहार नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास इस दिशा में सकारात्मक संकेत दे रहे हैं।

बिहार की युवा शक्ति और उसकी सांस्कृतिक धरोहर मिलकर इसे एक समृद्ध और विकसित राज्य बनाने की क्षमता रखते हैं। यह उत्सव हर बिहारी के लिए गर्व का क्षण है और एक संकल्प भी कि हम अपनी विरासत को संजोते हुए प्रगति के पथ पर आगे बढ़ें। बिहार की नई पीढ़ी शिक्षा, तकनीक और उद्यमिता में आगे बढ़ रही है।

बिहार का अहम योगदान

बता दें कि बिहार ने भारतीय इतिहास में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। यहां बोधगया में भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया, नालंदा विश्वविद्यालय को प्राचीन काल में ज्ञान केंद्र कहा जाता था। इसके अलावा बिहार को चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक जैसे महान सम्राटों के लिए भी जाना जाता है। महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट का जन्म भी बिहार में ही हुआ। ऐसे में हम ये कह सकते हैं कि ये सभी बिहार की गौरवशाली धरोहर के प्रतीक हैं। इन सबके माध्यम से बिहार ने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। वर्तमान की बात करें तो बिहार की तस्वीर में बहुत बदलाव आया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों और बुनियादी ढांचे में निरंतर सुधार हो रहे हैं।

क्यों मनाते हैं बिहार दिवस

बिहार दिवस 2025 पर लोग एकजुट होकर न केवल राज्य के ऐतिहासिक योगदान का सम्मान करते हैं, बल्कि एक साथ मिलकर समाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प भी लेते हैं। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य बिहार की पहचान को वैश्विक स्तर पर और मजबूती से स्थापित करना है। इस अवसर पर राज्य की लोक कला, संगीत, नृत्य और भोजन की विविधता का भी जश्न मनाया जाता है। अंत में, हम ये कह सकते हैं कि बिहार दिवस एक ऐसा अवसर है, जब बिहार की माटी से जुड़ी हर एक बात, उसकी समृद्ध संस्कृति और सामाजिक ताने-बाने का सम्मान किया जाता है। यह राज्य के लिए गर्व और प्रेरणा का प्रतीक बनकर उभरता है, जो हर बिहारी को अपनी जड़ों से जोड़ता है।

बिहार दिवस पर BJP का प्लान

आज बिहार दिवस के असवर पर केंद्रीय मंत्रियों भाजपा के तमाम नेता देशभर में लगभग 75 स्थानों पर आयोजित होने वाले समारोहों का हिस्सा होंगे। ये समारोह एक सप्ताह तक आयोजित किए जाएंगे। भाजपा नेताओं ने इस आयोजन को ‘स्नेह मिलन’ का नाम दिया है और इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल का हिस्सा बताया है। इस पहल के तहत देश की विविध संस्कृति को हर जगह मनाने की परिकल्पना की गई है। पार्टी नेताओं को बिहार की गौरवशाली विरासत और राज्य को विकसित बनाने के सरकार के प्रयासों को इन आयोजनों में रेखांकित करने को कहा गया है। इस साल बिहार दिवस की थीम- ”उन्नत बिहार, विकसित बिहार” है। इसके तहत बिहार के विभिन्न शहरों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

राष्ट्रपति मुर्मू ने दी बिहार दिवस की बधाई

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिहार के लोगों को राज्य स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के बल पर विकसित भारत के निर्माण में योगदान देते रहेंगे। राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बिहार दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। बिहार की धरती प्राचीन काल से ही ज्ञान और विकास का केंद्र रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा विश्वास है कि बिहार के निवासी अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प तथा परिश्रम के बल पर विकसित बिहार और विकसित भारत के निर्माण में अपना भरपूर योगदान देते रहेंगे।’’

 

 

पीएम मोदी ने दी बिहार दिवस की बधाई

पीएम मोदी ने बिहार दिवस की बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, “वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के अपने सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है। हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।”

 

 

सीएम ने दी बिहार दिवस की बधाई

बिहार दिवस के अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “बिहार दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं। विकसित बिहार के सपने को साकार करने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का आह्वान करता हूं। हम सब मिलकर बिहार के गौरव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे।” वहीं केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी एक्स पर बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, “गर्व से कहो, हम बिहारी है! बिहार के स्थापना दिवस पर सभी बिहार वासियों को हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं।”

 

सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी होगा आयोजन

दूसरी ओर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल, गांधी मैदान, रवींद्र भवन और प्रेमचंद रंगशाला में तैयारी की गई है. प्रेमचंद रंगशाला में विशेष रूप से महिला थीम पर आधारित नाट्य उत्सव होगा, जिसमें सभी पात्र महिलाएं होंगी. इसके साथ ही नुक्कड़-नाटक का भी मंचन किया जाएगा.

सांस्कृतिक कार्यक्रम में अधिकारियों की भी होगी प्रस्तुति

सांस्कृतिक कार्यक्रम में अधिकारियों की भी प्रस्तुति खास रहेगी. बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के डीजी आलोक राज का गायन 23 मार्च को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शाम 6 बजे से होगा. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी का भरतनाट्यम 22 मार्च को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शाम 7 बजे से होगा. आईएएस नीलम चौधरी का कथक 23 मार्च को शाम 7 बजे से होगा.

दूसरी ओर बिहार दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षा एवं विधि-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पटना के गांधी मैदान में मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर रोक लगा दी गई है. अन्य प्रयोजनों के लिए भी 24 मार्च तक प्रतिबंध लागू रहेगा.

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