बिहार को बनाया मजदूरों का गढ़, लालू-नीतीश दोनों दोषी
बिहार को बनाया मजदूरों का गढ़, लालू-नीतीश दोनों दोषी
पटना: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासन में बिहार मजदूरों का राज्य बन गया। उन्होंने बिहार में गरीबी, निरक्षरता और बेरोजगारी को खत्म करने के लिए शिक्षा को एकमात्र उपाय बताया। आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने जन सुराज को ‘स्कूल बैग’ को कॉमन चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए प्रशांत किशोर ने शिक्षा को राज्य से गरीबी, निरक्षरता और बेरोजगारी को खत्म करने की कुंजी बताया।
लालू-नीतीश ने बिहार को मजूदरों का राज्य बना डालाः प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू-नीतीश के पिछले 30-35 वर्षों के शासन ने पूरे बिहार को मजदूरों का राज्य बना दिया है यहां के बच्चे अपनी पीठ पर बोरे ढोने को मजबूर थे। जन सुराज की विचारधारा है कि बिहार के बच्चे अपनी पीठ पर बोरे नहीं ढोएंगे, बल्कि स्कूल बैग लेकर जाएंगे, पढ़ेंगे, नौकरी पाएंगे और अच्छा जीवन जिएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में गरीबी, निरक्षरता और बेरोजगारी को खत्म करने का एकमात्र तरीका शिक्षा है।
बिहार में गरीबी, भूख और लाचारी- PK
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि केंद्र में 11 वर्षों तक पीएम मोदी के सत्ता में रहने के बावजूद, बिहार अभी भी गरीबी, भूख और लाचारी से जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में बड़े उद्योग स्थापित किए गए हैं, जिससे युवाओं को काम की तलाश में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जन सुराज पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में चुनाव लड़ेगी, जो इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने की उम्मीद है।
हम स्कूल-कॉलेज खोलने पर करेंगे फोकस- PK
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में अधिक स्कूल और कॉलेज खोलेगी। किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण देगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करेगी। किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार को एक शिक्षित और समृद्ध राज्य बनाएगी। उन्होंने बिहार के लोगों से जन सुराज पार्टी का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी ही बिहार को विकास के पथ पर ले जा सकती है।
बिहार में करप्शन बड़ी समस्या- PK
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या है। प्रशांत किशोर ने इस दौरान ये सवाल भी किया कि ‘राज्य में बीस वर्षों से और केंद्र में ग्यारह वर्षों से सत्ता में रहने के बाद, आप एक भी ऐसा क्षेत्र बताएं जहां बिहार राष्ट्रीय स्तर पर नंबर एक हो?’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार के दावे हेरफेर किए गए आंकड़ों पर आधारित हैं, खासकर शौचालय निर्माण और शैक्षिक सुधार जैसे क्षेत्रों में।