मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद थके हुए हैं और रिटायर्ड अफसरों से सरकार चला रहे हैं; तेजस्वी यादव का सीएम पर तंज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद थके हुए हैं और रिटायर्ड अफसरों से सरकार चला रहे हैं; तेजस्वी यादव का सीएम पर तंज
तेजस्वी यादव ने अपनी पुरानी बातों को दोहराते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद थके हुए हैं और रिटायर्ड अफसरों से सरकार चला रहे हैं। वे हाइजैक हो चुके हैं और उनमें निर्णय लेने की क्षमता नहीं है।
हाइलाइट्स
- तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निजी स्वार्थ का आरोप लगाया
- 2005 से पहले की राजनीतिक पहचान पर सवाल उठाए गए
- नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर तेजस्वी ने उठाए सवाल
- किचन कैबिनेट के अधिकारियों पर भरोसा ना होने की बात कही
चार लोग सीएम को चला रहे
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश उतना ही बोलते हैं, जितना उनसे बुलवाया जाता है और जितनी उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। तेजस्वी ने एक बार फिर दोहराया कि नीतीश कुमार टायर्ड यानी थके हुए हैं और वे रिटायर्ड अफसरों से सरकार चला रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि पहले सबकुछ बर्बाद था, नीतीश कुमार ने ही संसार को बचाया। पहले किसी के पास पहनने के लिए कपड़ा नहीं था, नीतीश ने उन्हें कपड़ा दिया। पहले किसी की शक्ल अच्छी नहीं थी, नीतीश ने उन्हें अच्छी शक्ल दी। तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश की इस तरह की भाषा से पता चलता है कि वे किस अवस्था से गुजर रहे हैं। वे कहते हैं सबकुछ उन्होंने ही किया है, उनसे पहले कुछ नहीं हुआ था, यह बकवास है।
किचन कैबिनेट के अधिकारियों ने बोलना सिखाया
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर यह भी आरोप लगाया कि उनके मंत्री और अधिकारी भी उन पर भरोसा नहीं करते। उन्होंने लिखा कि महीनों बाद किचन कैबिनेट के अधिकारियों ने बोलना सिखाया, इतना रटाया फिर भी वही बोला जो बोलना था। उन्होंने एक घटना का भी जिक्र किया जहां एक मंत्री नीतीश कुमार को टोकते रहे। तेजस्वी ने लिखा कि किस प्रदेश में ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनके व्यक्तव्य के दौरान उनके जूनियर मंत्री की भी समानांतर कमेंट्री और ध्यान भटकाने के लिए बनावटी हंसी-ठहाका चलता रहता है? अब तो मंत्रियों और अधिकारियों को सीएम पर भरोसा भी नहीं कि पता नहीं वो कब क्यों कहां और कैसे क्या बोल दें?
पहले किसी के पास चेहरा था?
तेजस्वी यादव ने X पर लिखा है कि 2005 से पहले किसी के पास चेहरा था? 2005 के बाद सब बढ़िया चेहरा तो हम ना लगवाए है जी! यानी 2005 से पहले किसी की राजनीतिक पहचान नहीं थी। उनका कहना है कि 2005 के बाद जो भी राजनीतिक पहचान बनी, वह उनकी और उनके वजह से बनी। उन्होंने आगे लिखा कि पहले कोई बोलती थी? उ तो हम ना सिखाए है जी! मतलब पहले कोई अपनी बात नहीं रख पाता था, यह भी उन्होंने ही सिखाया है। तेजस्वी ने व्यंग्यात्मक अंदाज में लिखा कि 2005 से पहले सृष्टि थी? उ तो हम पैदा किए है जी! उन्होंने लिखा कि जरा एक-एक बात याद रखना, क्या पता इ मोबाइलवा सारी दुनिया ना खत्म कर दें?
𝟐𝟎𝟎𝟓 से पहले किसी के पास चेहरा था? 𝟐𝟎𝟎𝟓 के बाद सब बढ़िया चेहरा तो हम ना लगवाए है जी।
पहले कोई बोलती थी? उ तो हम ना सिखाए है जी!
𝟐𝟎𝟎𝟓 से पहले सृष्टि थी? उ तो हम पैदा किए है जी!
जरा एक-एक बात याद रखना, क्या पता इ मोबाइलवा सारी दुनिया ना खत्म कर दें?
महीनों बाद किचन… pic.twitter.com/Hc2VzPSAYY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 5, 2025
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोई भी निर्णय लेने की स्थिति में नहीं रहे हैं। वे पूरी तरह से हाईजैक हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में अपराधियों के आगे पुलिस ने घुटने टेक दिए हैं। अपराध बढ़ रहे हैं, यह सच्चाई है।