क्या है HMPV वायरस और कितना खतरनाक है?
What is HMPV virus, causes and symptoms: इस वक्त चीन में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस कहर बरपा रहा है। भारत में भी इसके मामले सामने आने लगे हैं। कितना खतरनाक है ये वायरस और इसके क्या-क्या लक्षण हैं।
दुनिया में कई तरह के वायरस होते हैं जिनमें से कुछ ज्यादातर खतरनाक होते हैं जबकि कुछ कम हानिकारक होते हैं. इन वायरसों की स्टडी करने के बाद वैज्ञानिक उनकी वैक्सीन्स बनाते हैं ताकि इनसे निपटा जा सके. हालांकि कुछ वायरस ऐसे होते हैं जिन्हें हल्के में लिया जाता है और उनकी वैक्सीन्स समय रहते नहीं बन पातीं. 23 साल पहले एक वायरस आया था जिसे उस समय गंभीरता से नहीं लिया गया था. आज वही वायरस दुनिया भर में तबाही मचाने की कगार पर है. ये वायरस है hMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) जो इस समय चीन में कहर बरपा रहा है.
चीन में इस समय सर्दी का मौसम है और इसी समय एचएमपीवी वायरस ने वहां के लोगों को अपनी चपेट में लिया है. लाखों लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है. इस वायरस ने चीन के कई हिस्सों में हाहाकार मचा दिया है. इसकी वजह से भारत सहित कई देशों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. भारत सरकार ने भी लोगों को एचएमपीवी के बारे में जागरूक किया है और सावधानी बरतने की सलाह दी है.
क्या है HMPV वायरस और कितना खतरनाक है?
independent.co.uk वेबसाइट के अनुसार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक आरएनए वायरस है जो न्युमोवायरिडे परिवार से संबंधित है। ये वायरस श्वसन संबंधी संक्रमण की वजह से बनता है जिसका लक्षण सामान्य रूप से जुकाम जैसा होता है। यह बीमारी आम तौर पर हल्की होती है, लेकिन इससे निमोनिया जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
कितना पुराना है ये वायरस?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोई नया वायरस नहीं है। पहली बार इसकी पहचान 23 साल पहले 2001 में हुई थी। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि ये वायरस कम से कम 1958 में ही फैल चुका था। इसके बाद भी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया और न ही इसपर ज्यादा रिसर्च किया गया।
कैसे फैलता है?
my.clevelandclinic.org वेबसाइट के अनुसार खांसने और छींकने के अलावा HMPV वायरस संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, गले मिलने, किस करने से भी फैलता है। इसके साथ ही अगर किसी संक्रमित व्यक्ति ने दरवाजे के हैंडल, कीबोर्ड या खिलौनों को छूआ हो तो इससे भी संक्रमण फैल सकता है।
HMPV वायरस के लक्षण
my.clevelandclinic.org वेबसाइट के अनुसार HMPV वायरस से संक्रमित व्यक्ति में खांसी, बुखार, जुकाम, गले में खराश, घबराहट और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण नजर आते हैं।
किस मौसम में अधिक खतरा
independent.co.uk के अनुसार HMPV वायरस खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी ये वायरस फैल सकता है। इसका असर तीन से पांच दिनों तक होता है। सर्दी और वसंत के मौसम में इस वायरस के संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है।
किस उम्र के लोगों को ज्यादा खतरा?
ब्रिटीश वेबसाइट independent.co.uk के अनुसार HMPV वायरस के संक्रमण के सबसे अधिक खतरा बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को रहता है।
क्यों डरा रहा ये वायरस?
ये वायरस इसलिए भी डरा रहा है क्योंकि आज से 5 साल पहले कोविड-19 के भी शुरुआत में ऐसे ही मामले सामने आए थे और फिर इसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। चीन में इस वक्त HMPV वायरस से लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ भी लगातार बढ़ती जा रही है।
चीन के अस्पतालों में भीड़
सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें और वीडियोज वायरल हो रहे हैं जिसमें देखा जा सकता है कि चीन में HMPV वायरस किस कदर कहर बरपा रहा है। इस वायरस की चपेट में इतने लोग आ चुके हैं कि अस्पतालों में पेशेंट्स के लिए बेड कम पड़ रहे हैं। independent.co.uk वेबसाइट के अनुसार चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस वायरस से निपटने के लिए कुछ प्रोटोकॉल लागू किए हैं। हालांकि, इसे लेकर आपातकाल की कोई ऑफिशियल घोषणा नहीं की गई है।
भारत में पहला केस
HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस चीन के उत्तरी इलाकों में तेजी से पैर पसार रहा है। इसकी चपेट में बच्चे ज्यादा आ रहे हैं। भारत में भी HMPV वायरस का पहला केस मिला है। बेंगलुरु में एक 8 महीने की बच्ची इस वायरस से संक्रमित पाई गई है। आइए जानते हैं क्या है ये वायरस, इसके लक्षण और कितना खतरनाक है?
क्या है बचाव के उपाय
इस वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि मास्क पहने, बार-बार हाथ धोएं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। मेडिकल एक्सपर्ट एचएमपीवी के लिए एंटीवायरल का उपयोग करने से भी मना कर रहे हैं। हाल ही में चीन समर्थित नेशनल बिजनेस डेली के साथ एक इंटरव्यू में शंघाई के एक अस्पताल के श्वसन विशेषज्ञ ने लोगों को मानव मेटान्यूमोवायरस से लड़ने के लिए एंटीवायरल दवाओं का आंख बंदकर उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी।
फिलहाल इसका कोई वैक्सीन नहीं है, लेकिन इसके लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं। 2023 में नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और चीन में एचएमपीवी का पता चला था। चीन में ह्यूमन मेटानिमोवायरस (एचएमपीवी) के हालिया प्रकोप के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और इससे निपटने को पूरी तरह तैयार है।
https://twitter.com/i/status/1876294018315018375
कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस के दो मामलों के सामने आए हैं। इसे लेकर भारत में सभी राज्यों ने जनता की सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनमें जानकारी दी गई है कि वायरस से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये दो मामले भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के देश भर में सांस की बीमारियों पर नजर रखने और उन् कंट्रोल करने के प्रयासों के तहत सामने आए हैं।
HMPV एक आम सांस का वायरस है। यह आमतौर पर हल्के सर्दी-जैसे लक्षण पैदा करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि यह 1970 के दशक से मानव आबादी में फैला हुआ है, हालांकि इसे वैज्ञानिकों ने पहली बार 2001 में पहचाना था। यह वायरस दुनिया भर में 4-16% तीव्र श्वसन संक्रमणों के लिए जिम्मेदार है।