अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना, ‘गोरखपुर में विरासत नहीं, हिरासत गलियारा बनाना पड़ेगा…’
अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना, ‘गोरखपुर में विरासत नहीं, हिरासत गलियारा बनाना पड़ेगा…’
लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गोरखपुर में चल रहे ‘विरासत गलियारा’ प्रोजेक्ट को आड़े हाथों लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि वहां जबरन मकान और दुकानें हटवाई जा रही हैं. स्थानीय लोगों को डराकर सहमति पत्र भरवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में गोरखधंधा चल रहा है. अगर वहां के लोगों ने राज खोल दिए तो विरासत गलियारा की जगह हिरासत गलियारा बनाना पड़ेगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि जहां जमीन दिखाई दे रही, वहां बीजेपी के लोग कब्जा कर रहे. ये एक शहर की कहानी नहीं है, जहां जमीन है, वहां शासन-प्रशासन का साथ लेकर बीजेपी के कब्जा रहे हैं. गोरखपुर में विरोध के पीछे गोरखपुर से चुने गए सबसे बड़े लोग हो सकते हैं. जब आखिरी बजट बचा है, तब ये गोरखपुर के लिए विरासत गलियारा बनाने का काम कर रहे हैं. गोरखपुर में गोरखधंधा चल रहा है.
अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर वालों ने अगर राज खोल दिए तो वहां विरासत गलियारा की जगह हिरासत का गलियारा बनाना पड़ेगा. गोरखपुर में लोगों के मकान दुकान को हटाने के लिए जबरदस्ती सहमति पत्र जारी किए जा रहे हैं. जब खुद की जमीन का मामला था तो अधिकतम मूल्य वसूला गया था. गोरखपुर में कॉरिडोर के नाम पर बड़ी लूट का काम हो रहा. स्थानीय जनता के साथ धोखा हो रहा है.
सपा प्रमुख ने कहा कि अयोध्या प्रयागराज में बीजेपी हारी, बनारस में हारते हारते बची. अब अगला नंबर मथुरा और गोरखपुर का है. लखनऊ में बैठकर ये लोग यही प्लान करते हैं कि कैसे अपने गांव जिले में जमीन कब्जा की जाए. फर्जीवाड़ा सिसोदिया नर्सिंग कॉलेज में हुआ, जहां बच्चे घूम रहे कि उनकी डिग्री कहां से मिलेंगी.
उन्होंने कहा कि CM ने अपने गृह जनपद जाने का Record बनाया है. वहां जनता दरबार लगता है, लेकिन एक नाबालिग Youtuber के साथ रेप के आरोपी बीजेपी से जुड़े लोग हैं, यह सब जानते हैं. बुलडोजर अन्याय का प्रतीक बनता जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि हम अपने दोनों नेताओं से कहेंगे कि वो गोरखपुर के DM और SSP पर लिखित में कार्रवाई की मांग करें. हम किसी विकास के खिलाफ नहीं, लेकिन जिनकी दुकान और मकान जा रहा, लोगों को डराकर, धमकाकर कब्जा कर रहे, हम उसके विरोधी हैं.
अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने कहा, ‘गोरखपुर का सर्किल रेट नहीं बढ़ा। अयोध्या में भी सर्किट रेट नहीं बढ़ा था। जब जमीन खरीद ली तो सर्किल रेट बढ़ा दिया। गोरखपुर में भी जमीन खरीद लेंगे तो सर्किल रेट बढ़ा देंगे। वो लोग जातिवादी हैं जिन्होंने भगवान श्रीराम की जाति बताई। यहां अब सब इंजन डिब्बे टकरा रहे हैं। आखिरी समय में सब लूट रहे हैं। कौन सा ऐसा विभाग हैं, जहां लूट नहीं हो रही है। इनका जीरो टॉलरेंस है।’ इटावा मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोगों ने घर परिवार के लोगों को बिगाड़ा है। गांव में कथा पहली बार नहीं हुई। इससे पहले भी कथा हुई है। पहले कथा करने वाले किस जाति के थे।
ओपी राजभर पर क्या बोले अखिलेश यादव
भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ये आरक्षण, भाईचारे, एकता के खिलाफ हैं, ये एंटी सेक्युलर हैं। ये नफरत फैलाकर वोट लेना चाहते हैं। जब मुख्यमंत्री अपने ही लोगों को न्याय नहीं दिला सकते तो और लोगों को मुख्यमंत्री जी क्या न्याय देंगे। ओपी राजभर के बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि ओपी राजभर का नाम ओपी रात भर है। जब उन्हें दल बदलना होता है तब वो ऐसे बयान देते हैं। हजरतगंज में बिजली न आने पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के आवास से कटिया लगवा लें। यूपी-दिल्ली सरकार ने एक भी बिजली का प्लांट नहीं लगाया। सपा सरकार में लगे बिजली कारखानों से ही बिजली मिल रही है। बिजली विभाग बेचने के लिए ही बिजली नहीं दे रहे हैं। बिजली किसकी वजह से महंगी हुई है। 9 साल में 20 साल का काम बिगाड़ दिया।
‘लखनऊ में कब्जा हो गए तालाब’
अखिलेश ने कहा कि Sattelite मैप में साल 2017 तक लखनऊ में जो तालाब दिखाई पड़ रहे थे, वो सब कब्जा हो गए हैं.
CM को इसे बदलने के लिए अमेरिका जाना पड़ेगा. Democracy को Strengthen करने के लिए Secularism और socialism को लाया गया. बीजेपी एकता के खिलाफ है. ये नफरत फैलाकर वोट लेना चाहते हैं, इसलिए ये Socialism और Secularism के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि ये सरकार धार्मिक यात्राओं तक को सुरक्षा नहीं दे पा रही है. इटावा कांड में बीजेपी और RSS के लोगों ने जाकर उस घर को बिगाड़ा है. पहले भी वहां कथा हुई, वो पता करें कि किस जाति के लोग थे. जिन लोगों ने भगवान राम की जाति बताई, वो सबसे बड़े जातिवादी हैं. स्कूल बंद करने के फैसले के पीछे साजिश है. जहां स्कूल मर्ज हुए, वहां चुनाव के दौरान बूथ बनने पर बीजेपी हारती है. वो जहां इनका वोटबैंक है, उस स्कूल में मर्ज किया जा रहा है.