‘बनिया’ होने का मतलब क्या होता है? तेजस्वी यादव ने जबरदस्त अंदाज में समझाया
‘बनिया’ होने का मतलब क्या होता है? तेजस्वी यादव ने जबरदस्त अंदाज में समझाया
पटना के बापू सभागार में आयोजित वैश्य महासम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए की केंद्र और राज्य सरकारों पर जमकर निशाना साधा। कहा कि इतने दिनों तक सत्ता में रहने के बावजूद बिहार के लिए इन लोगों ने कुछ नहीं किया। तेजस्वी यादव ने कहा कि बनिया का मतलब होता है ‘बनिए’, कुछ ‘बिगाड़िए’ नहीं। आप लोगों ने व्यापार को बनाया, समाज को बनाया, समृद्धि लाई। अब बिहार को बनाने की बारी है। आप लोग मिलकर बिहार को बनाने में अपनी भूमिका निभाइए। यही इस सम्मेलन का मकसद होना चाहिए। तेजस्वी ने मीडिया को भी निशाने पर लिया।
तेजस्वी यादव ने बीजेपी और जदयू पर हमला करते हुए कहा कि जंगलराज के नाम पर लगातार लोगों को डराया जा रहा है। लेकिन आज बिहार अपराध से कराह रहा है इसे कोई नहीं देखता। नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि पयालन, बेरोजगारी, और गरीबी में बिहार नंबर वन है। एक शुगर मिल इन लोगों ने चालू नहीं कराया। लेकिन 2005 के बाद से अपराध बहुत बढ़ा। जून तक एक सौ से ज्यादा बनिया समाज की हत्या हुई। दुकान में घुसकर गोली मार देते हैं। इस पर सरकार आप लोगों को कोई सुरक्षा नहीं दी। मुख्यमंत्री कभी भी किसी पीड़ित से मिलने नहीं गए। मीडिया भी इसे नहीं दिखाता लेकिन लालू यादव और तेजस्वी यादव में कमियां खोजते रहते है।
‘बनिया’ का मतलब भी समझाया
10 लाख नौकरियां देने का वादा किया
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 20 सालों में इस सरकार ने बिहार को चौपट कर दिया. पलायन, बेरोजगारी और अपराध बढ़ा, लेकिन विकास नहीं हुआ. उन्होने कहा हमारा ब्लूप्रिंट तैयार है जो 5 साल में बिहार को नंबर वन राज्य बनाएगा. उन्होंने 10 लाख नौकरियां देने और 65% आरक्षण लागू करने की बात दोहराई जो उनकी पिछली घोषणाओं का हिस्सा रही है.
वैश्य वोट बैंक को साधने की रणनीति
नेता प्रतिपक्ष ने महिलाओं के लिए ‘माई-बहन मान योजना’ के तहत हर महीने 2500 रुपये देने और विधवाओं-बुजुर्गों की पेंशन 1500 रुपये तक बढ़ाने का वचन भी दिया गया. उन्होंने जोर देकर कहा, हमारी नीयत साफ है और जनता का भरोसा हमारी ताकत है. बता दें कि इस भाषण को वैश्य वोट बैंक को साधने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि यह समुदाय चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटी और तेजस्वी के वादों ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया है.