मौसम विभाग ने इन 18 जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट; IMD ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने इन 18 जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट; IMD ने जारी की चेतावनी
Bihar Rain Alert: बिहार में एक बार फिर मानसून एक्टिव हो गया है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को राज्य के 18 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में वज्रपात, तेज हवाएं (40 किमी प्रति घंटे तक) और मेघगर्जन की आशंका जताई गई है. विभाग ने किसानों और खुले स्थानों पर रहने वालों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है. शेष जिलों में मौसम फिलहाल सामान्य रहेगा, हालांकि गर्मी और उमस से लोग बेहाल रह सकते हैं. तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
16 जुलाई से पूरे बिहार में सक्रिय होगा मानसून
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, 16 जुलाई से पूरे राज्य में मानसून फिर से जोर पकड़ सकता है. बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र के कारण मानसूनी ट्रफ लाइन बिहार की ओर शिफ्ट होगी. इसके सक्रिय होते ही सभी जिलों में व्यापक बारिश की संभावना जताई गई है.
इस बार मानसून की शुरुआत काफी धीमी रही. जून के अंतिम सप्ताह और जुलाई के पहले दस दिनों में बारिश की कमी ने किसानों को चिंता में डाल दिया. खासकर धान की बुआई प्रभावित हुई है. खेतों में नमी की भारी कमी दर्ज की गई, जिससे रोपनी का कार्य रुक गया.
अब तक 52% कम हुई बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस सीजन में बिहार में अब तक सामान्य से 52% कम बारिश हुई है. जहां 275 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, वहां सिर्फ 133 मिमी बारिश हुई है. दक्षिण बिहार के पटना, गया, भोजपुर, नालंदा, औरंगाबाद जैसे जिलों में खेती पर असर पड़ा है. कई क्षेत्रों में खेत सूखने लगे और किसान निजी संसाधनों से सिंचाई करने को मजबूर हो गए.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने किसानों और खुले स्थानों पर रहने वाले लोगों से आग्रह किया है कि वे बिजली गिरने के खतरे के कारण तूफान के दौरान सतर्क रहें और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहा एक निम्न दबाव का क्षेत्र मानसून की रेखा को बिहार की ओर स्थानांतरित कर देगा, जिससे पूरे राज्य में व्यापक वर्षा होगी। 20 जुलाई तक कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे धान की बुवाई और रोपाई के लिए ज़रूरी राहत मिलेगी।
गरज के साथ हवा
बिहार में इस वर्ष जून के अंत और जुलाई के पहले 10 दिनों में सामान्य से 52 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई (सामान्य 275 मिमी की तुलना में 133 मिमी), जिससे खेतों में नमी की कमी के कारण किसानों में चिंता बढ़ गई थी, जिससे खरीफ फसल की रोपाई प्रभावित हुई थी। पटना में शुक्रवार को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। आर्द्रता का स्तर 80-85 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बना रहेगा, जिससे उमस भरी गर्मी की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम विभाग अनुमान
पिछले 24 घंटों में लखीसराय में हल्की बारिश दर्ज की गई, जबकि औरंगाबाद 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म और गया 27.5 डिग्री के साथ सबसे ठंडा रहा। पटना, गया, भोजपुर, नालंदा और औरंगाबाद सहित दक्षिणी बिहार के जिलों में बारिश की कमी से कृषि गतिविधियों पर असर पड़ा है। इस बीच, नेपाल में भारी वर्षा के कारण बिहार की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। गोपालगंज के डुमरिया घाट में गंडक नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है, जबकि पटना में गंगा और मुजफ्फरपुर में बागमती का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।