दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने “भारतीय वायु सेना में करियर” पर प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया।
दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने “भारतीय वायु सेना में करियर” पर प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया।
दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (डीसीई), जो अपने समग्र शिक्षा दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है, ने “भारतीय वायु सेना में करियर” विषय पर एक प्रभावशाली सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारतीय वायु सेना जैसे प्रतिष्ठित रक्षा क्षेत्र में करियर के विविध अवसरों से परिचित कराना और उन्हें अनुशासन, रोमांच और राष्ट्र सेवा के प्रति प्रेरित करना था।
यह सत्र सुबह **10:00 बजे सेमिनार हॉल (127)** में आयोजित किया गया, जिसमें **फ्लाइंग ऑफिसर मेहुल गुप्ता**, जो वर्तमान में दरभंगा एयर फोर्स स्टेशन में तैनात हैं, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने भारतीय वायु सेना में उपलब्ध **तकनीकी और गैर-तकनीकी भूमिकाओं** पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसके साथ ही, उन्होंने **योग्यता मानदंड, भर्ती प्रक्रिया, प्रशिक्षण कार्यक्रम और करियर विकास के अवसरों** पर भी चर्चा की।
फ्लाइंग ऑफिसर गुप्ता ने भारतीय वायु सेना में अधिकारी के जीवन की गरिमा और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए छात्रों को राष्ट्र सेवा के गौरव और व्यक्तिगत एवं पेशेवर विकास की संभावनाओं के बारे में प्रेरित किया।
सत्र के दौरान, छात्रों ने **तकनीकी कौशल, आधुनिक रक्षा में प्रौद्योगिकी की भूमिका, और वायु सेना में जीवन शैली** से संबंधित सवाल पूछकर सक्रिय भागीदारी दिखाई। छात्रों ने इस सत्र को अत्यंत प्रेरणादायक बताया और कई ने भारतीय वायु सेना में करियर बनाने की इच्छा व्यक्त की।
कार्यक्रम के बारे में डीसीई के प्रमुख ने कहा, “यह सत्र हमारे छात्रों को पारंपरिक करियर से परे अवसरों से परिचित कराने के हमारे प्रयासों का हिस्सा है। भारतीय वायु सेना साहस, समर्पण और नवाचार का प्रतीक है, और हमें गर्व है कि हम अपने छात्रों को ऐसे अवसर प्रदान कर रहे हैं।”
दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग का यह प्रयास न केवल छात्रों को एक कुशल इंजीनियर बनाने में सहायक है, बल्कि उन्हें विविध करियर विकल्पों के प्रति जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में भी कदम है। कॉलेज नियमित रूप से सत्र, कार्यशालाओं और उद्योग इंटरैक्शन का आयोजन करता है, जिससे छात्रों को अपने करियर में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिले।