मुखिया महासंघ के बैनर तले जिला के मुखियाओं ने अपनी मांगों की समर्थन में किया धरना-प्रदर्शन।
मुखिया महासंघ के बैनर तले जिला के मुखियाओं ने अपनी मांगों की समर्थन में किया धरना-प्रदर्शन।
राज्य व केंद्र की सरकार लगातार पंचायत प्रतिनिधियों के साथ कर रहा है शौतेला व्यवहार:-मिथिलेश कुमार
पंचायत प्रतिनिधियों पर हमला और ग्राम पंचायत के विकास की अनदेखी नहीं सहेंगे:- राजीव चौधरी
दरभंगा जिला मुखिया महासंघ के जिला अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी की अध्यक्षता में पूर्व घोषित कार्यक्रम व राज्यव्यापी आवाह्न पर जिला के सभी मुखिया व मुखिया प्रतिनिधियों ने जिला समाहरणालय स्थित धरना स्थल पर धरना-प्रदर्शन किया। जहां मुखिया महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय ने कहा कि पंचायत सरकार को लगातार राज्य सरकार, केंद्र सरकार एवं प्रशासन द्वारा कमजोर करने की साजिश चल रही है। गांधी जी का सपना था कि सत्ता का विकेंद्रीकरण होगा पंचायत सरकार बनेगा तो आमजन की समस्या आम सभा के माध्यम से गांव के विकास का फैसला खुद करेंगे और गांव का सर्वांगीण विकास होगा।
मुखिया एवं पंचायती राज के जनप्रतिनिधि अधिकारियों से एवं अधिकारों के कटौती से प्रताड़ित है। अब लगातार बिहार में अपराधियों का तांडव भी मुखिया एवं पंचायत के अन्य प्रतिनिधियों पर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण सीतामढ़ी के कोचर मुखिया, मधुरेन्द्र मिश्र की हत्या सरेआम अपराधियों के द्वारा बिना पुलिस भय के खुलेआम गोलियों से भून डाला गया यही है। पुलिस शराब खोजने में व्यस्त रहा है। दरभंगा जिला में पंचायत से पंचायत समिति तक के खाते में षष्ठम वित्त आयोग का अरबों रुपया दो साल से प्रशासन की उदासीनता के कारण विकास कार्यों के सामग्री का दर सही निर्धारित नहीं होने के कारण खाते में पड़ा हुआ है और पूरे जिला का विकास कार्य स्थगित है।
जिसकी लिखित एवं मौखिक सूचना संबंधित सभी अधिकारियों को पूर्व में दिया गया है। मुख्यमंत्री सात निश्चय पार्ट 2 में निविदा के माध्यम से पंचायत राज विभाग बिहार सरकार द्वारा पंचायत में लगाने वाली सोलर स्ट्रीट लाइट के कार्यकारी एजेंसी का चयन कर लिया गया है जो गलत है और जिला में कोई भी कार्यकारी एजेंसी पंचायत के संपर्क में नहीं है। अभी तक 2 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी 10% सोलर लाइट नहीं लग पाया है। जहां कुछ लगा भी है वहां अधिकांश सोलर लाइट बंद पड़ा हुआ है। तमाम सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ आज हम धरना प्रदर्शन हेतु विबस है।
वही मुखिया महासंघ के जिला अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी ने कहा कि पूरे पंचायती राज के प्रतिनिधियों को सरकार पंगु बनाकर रख दी है। हमें आमजन काफी आशा के साथ वोट देकर जीताते हैं। लेकिन हम उनके हित में सरकार की गलत नीतियों के कारण काम नहीं कर पाते हैं। आज हम धरना के माध्यम से मांग करते है कि अपराधियों की गोलियों से मुखिया मधुरेन्द्र मिश्रा सहित पूर्व में अपराधियों द्वारा मारे गए मुखियागण को भी राज्य सरकार द्वारा कम से कम एक करोड़ मुआवजा दिया जाए। राज्य के सभी मुखिया एवं पंचायती राज के सभी जनप्रतिनिधियों का कम से कम एक करोड़ का जीवन बीमा सरकार अपने पैसे से करने की गारंटी करें। जिस थाना क्षेत्र में मुखिया, सरपंच सहित पंचायती राज के किसी जनप्रतिनिधियों के हत्या होती है वहां के संबंधित थानेदार एवं पदाधिकारी को दंडित करने का प्रावधान किया जाए तथा मुखिया एवं सभी जनप्रतिनिधियों को पूर्ण सुरक्षा की गारंटी दी जाए।
षष्ठम वित्त आयोग की राशि से सामग्री खरीद का दर बाजार दर पर निर्धारित किया जाए। मनरेगा में 20 योजनाओं की सीमा समाप्त किया जाए एवं पंचायत की योजनाओं का भुगतान पंचायत के डोंगल से कराया जाए। नल-जल योजना के पंप चालक अनुरक्षण के मानदेय की भुगतान राशि का अलग से व्यवस्था की जाए। जिला में लगाए गए सभी सोलर स्ट्रीट लाइट जो लगाने के साथ ही बंद पड़ा हुआ है तत्काल उसे जलाने की व्यवस्था किया जाए तथा गलत सामग्री लगाने वाले एजेंसी पर आवश्यक कार्रवाई की है। पंचायत में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने वाली एजेंसी को पंचायत में आकर एकारनामा करने एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य करने तथा तकनीकी एवं प्रशासनिक अधिकारियों पदाधिकारी के साथ पंचायत प्रतिनिधियों की देख में कराया जाए। मनरेगा मजदूरों की मजदूरी काम से कम ₹600 किया जाए तथा 200 दिन के काम की गारंटी किया जाए।
धरना प्रदर्शन को बहादुरपुर प्रखंड अध्यक्ष श्याम नंदन यादव, बहेरी प्रखंड अध्यक्ष सुरेंद्र यादव, केवटी प्रखंड अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद, अलीनगर के महासचिव विप्लव चौधरी, चंद्रावती देवी, हनुमाननगर प्रखंड अध्यक्ष रामजी राम, घनश्यामपुर प्रखंड अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, सिंघवारा प्रखंड अध्यक्ष पप्पू चौधरी सहित सैकड़ो मुखिया ने संबोधित किया।