मिथिलाक्षर सम्मान समारोह का भव्य आयोजन
मिथिलाक्षर सम्मान समारोह का भव्य आयोजन
दूर्वाक्षत मिथिलाक्षर अभियान एवं मैथिली-भोजपुरी अकादमी, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में रविवार की देर शाम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पं दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित हिंदी भवन सभागार में मिथिलाक्षर सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ अतिथियों के कर-कमल से दीप प्रज्ज्वलन एवं कवि कोकिल विद्यापति रचित गोसाउनिक गीत ‘जय जय भैरवि…’ के सामूहिक गायन से हुआ। लब्धप्रतिष्ठ गायिका व कवयित्री सोनी चौधरी के कुशल संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत डॉ राजीव रंजन दास ने मिथिला की गौरवशाली परंपरा के अनुरूप किया।
सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था फोकब्रेन के अध्यक्ष डॉ. कैलाश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में संपन्न “आधुनिक समयमे मिथिलाक्षरक दशा ओ दिशा” विषयक परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस मंत्रेश्वर झा एवं विशिष्ठ अतिथि राजकिशोर मिश्र का सारगर्भित विचार अत्यंत लाभकारी रहा। परिचर्चा की दूसरी कड़ी में “मिथिलाक्षर लिपि केर प्रसारमे प्रवासी मैथिलक भूमिका” विषय पर वक्ताओं द्वारा गंभीर चिंतन करते हुए मिथिला की धरोहर मातृलिपि मिथिलाक्षर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए व्यापक और सकारात्मक सुझाव दिया गया। कार्यक्रममे मिथिलाक्षर लिपि में साक्षर हुए लोगों के साथ कुमुद झा को सर्वश्रेष्ठ दूर्वाक्षत मिथिलाक्षर सम्मान से सम्मानित किया गया।
अनेक गणमान्य मैथिलों की उपस्थिति में कार्यक्रम के दूसरे सत्र में भव्य कवयित्री सम्मेलन का आयोजन किया गया।मातृलिपि मिथिलाक्षर के संरक्षण और संवर्धन को समर्पित इस भव्य सारस्वत आयोजन में मिथिलाक्षर अभियानी पं कौशल झा, हेमंत झा, मैथिली वेब सीरीज अलर-बलर फेम रोशनी झा और विकास झा आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।