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Bihar Politics: 24 से सबक, 25 में मिशन में ‘R’ पर फोकस; जगदानंद सिंह पर फोकस

Bihar Politics: 24 से सबक, 25 में मिशन में ‘R’ पर फोकस; जगदानंद सिंह पर फोकस

जगदानंद सिंह के अलावा अब आरजेडी (RJD) में कोई भी दमदार राजपूत नेता नहीं रह गया है. ऐसे में एनडीए की नजर अब राजपूत वोटरों पर है. NDA राजपूत वोटरों को वापस अपनी ओर खींचने में जुट गया है. इसकी झलक जेडीयू एमएलसी (MLC) संजय सिंह के आवास पर आयोजित महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कार्यक्रम के दौरान भी देखने को मिली.

Bihar Politics: बिहार में जातिगत राजनीति एक निरंतर कारक बनी हुई है। राज्य में राजनीतिक दल इस गतिशीलता से अच्छी तरह वाकिफ हैं। नतीजतन, वे चुनाव से पहले अपने जातिगत समीकरणों को मजबूत करने का लक्ष्य रखते हैं। एनडीए विशेष रूप से राजपूत मतदाताओं का समर्थन हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। राजपूत वोटर्स कभी NDA के कोर मतदाताओं में शुमार किये जाते थे, लेकिन लोकसभा चुनावों के दौरान उनसे दूर हो गए। वहीं अब जगदानंद सिंह के राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने की चर्चाओं के बीच एनडीए को एक अवसर दिख रहा है।

दरअसल जगदानंद सिंह के अलावा अब आरजेडी में कोई भी दमदार राजपूत नेता नहीं रह गया है.ऐसे में राजपूत वोटर पर एनडीए की नजर गड़ गई है. इसकी झलक जेडीयू एमएलसी (MLC) संजय सिंह के आवास पर आयोजित महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि कार्यक्रम के दौरान भी देखने को मिली. इस कार्यक्रम के दौरान कई राजपूत नेता एक साथ एक मंच पर नजर आए. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे थे. मंच से राजपूत समाज को मैसेज देने की कोशिश की गई कि जैसे महाराणा प्रताप तमाम जाति और धर्म को लेकर चलते थे वैसे नीतीश कुमार भी हैं.

जगदानंद सिंह की वफादारी पर सवाल

संतोष सिंह ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव अब जगदानंद सिंह को नजरअंदाज कर रहे हैं और किसी नए सहयोगी की तलाश में हैं। संतोष सिंह ने कहा कि, ‘जगदानंद सिंह ने लालू परिवार के लिए पूरी वफादारी निभाई, लेकिन तेजस्वी यादव यह सब भूल गए हैं। अब समय आ गया है कि वे राजद छोड़ दें।’

संतोष सिंह की सुरक्षा व्यवस्था सख्त

शनिवार को कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के बघिनी गांव पहुंचे मंत्री संतोष सिंह के घर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। घर के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और अंदर जाने वालों से पूछताछ के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।

बिहार पुलिस ने बताया कि संतोष कुमार सिंह को लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर जान से मारने की धमकी मिली थी। इस मामले में आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है, लेकिन पुलिस किसी भी प्रकार का जोखिम उठाने को तैयार नहीं है।

तेजस्वी यादव को राजद में अधिक अधिकार

शनिवार को आयोजित राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में तेजस्वी यादव को पार्टी के संविधान में संशोधन के जरिए लालू प्रसाद यादव के बराबर अधिकार दिए गए। राजद के राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता द्वारा प्रस्तावित यह संशोधन सर्वसम्मति से पारित हुआ।

जीत-हार में राजपूत समाज की बड़ी भूमिका

बता दें, बिहार में जातिगत गणना के अनुसार राजपूत जाति की आबादी लगभग 3.5 प्रतिशत है. यह तबका बिहार में राजनीतिक रूप से बेहद सजग नजर आता है. राजपूत समाज बिहार की कई सीटों पर जीत-हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. लोकसभा चुनाव के दौरान पवन सिंह को उनके मनमाफिक सीट से टिकट नहीं मिलने के कारण राजपूत वोटरों में नाराजगी देखी गई, जिसकी वजह से काराकाट, बक्सर , आरा, औरंगाबाद जैसी सीट पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा. राजपूत वोटर की संख्या निर्णायक मानी जाती है. लेकिन, लोकसभा चुनाव के दौरान राजपूत वोटर अपना उत्साह नहीं दिखा पाए. ऐसे में लोकसभा चुनाव जैसी नाराजगी विधानसभा दौरान न हो इसको देखते हुए एनडीए राजपूत वोटरों को लेकर सजग हो गयी है. जगदानंद सिंह के बहाने NDA अब मिशन राजपूत अभियान में जुट गया है.

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