CM नीतीश ने अमित शाह के सामने फिर दोहराई पुरानी बात; ‘दो बार हो गई थी गलती, अब इधर-उधर नहीं होगा…
Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से बीजेपी की नेतृत्व वाली NDA के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। रविवार को पटना में गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, मुझे अटल बिहारी वाजपेयी जी से सीएम बनाया। दो बार महागठबंधन में जाने का गलती हो गया अब नहीं होगा।
‘अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, “हमने वहां (महागठबंधन) दो बार जाकर गलती की। अब हमने फैसला कर लिया है कि यह फिर कभी नहीं होगा। यह गलत है। मुझे मुख्यमंत्री किसने बनाया? अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। हम इसे कैसे भूल सकते हैं?”
हम जब से आए हैं व्यवस्था दुरुस्त कर रहे हैं: CM नीतीश
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 24 नवंबर, 2005 में बिहार की सत्ता में आए थे. लेकिन उस समय क्या ही स्थिति थी प्रदेश की. शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था. पूर्व की सरकारों ने यहां पर कुछ नहीं किया था. सिर्फ और सिर्फ हिंदू-मुसलमानों के नाम पर लोगों को लड़ाया जाता था. राज्य में पढ़ाई के नाम पर कुछ भी नहीं था. इसके अलावा लोगों के इलाज की भी व्यवस्था नहीं थी.
जितनी तेजी से लोगों को इलाज मिलना चाहिए था, उसकी व्यवस्था नहीं थी. लेकिन हम लोग जब से आए हैं, पूरी व्यवस्था को दुरुस्त कर रहे हैं. बीच में हमसे दो बार गलती हो गई थी. लेकिन अब नहीं होगी. क्योंकि हम लोगों ने अब ये तय कर लिया है. मुझे तो मुख्यमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया था.
अमित शाह ने लालू यादव से मांगा हिसाब
अमित शाह ने कार्यक्रम के दौरान संबोधन करते हुए लालू यादव से बिहार में किए काम का हिसाब मांगा. उन्होंने कहा कि अगर लालू यादव ने कुछ किया है तो बताएं. शाह ने मोदी सरकार में बिहार में कृषि क्रांति की जानकारी दी. साथ ही इस दौरान अमित शाह ने बिहार में लालू–राबड़ी शासनकाल में जंगलराज के दौर की भी याद दिलाई. उन्होंने 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत का नारा दिया और दावा किया कि मोदी और नीतीश के नेतृत्व में बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनाएंगे.
कई बार NDA के प्रति प्रतिबद्धता दोहरा चुके हैं
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, हाल के महीनों में बार-बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहरा चुके हैं। खासकर जब राज्य में एक साल से भी कम समय में चुनाव होने वाले हैं।