MANREGA योजना क्या है; कैसे बनता है मनरेगा जॉब कार्ड? इसके जरिए इन सरकारी योजनाओं का मिल सकता है लाभ – MGNREGA JOB CARD
मनरेगा क्या है what is mnrega-
मनरेगा के उद्देश्य –
- अकुशल शारीरिक श्रम करने वाले वयस्क सदस्यों को एक वित्तीय वर्ष में 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराना।
- गरीबों के आजीविका संसाधनों के आधार को सुदृढ़ करना।
- समाजिक समावेशन को स्वघोषित रूप में सुनिश्चित करना।
- पंचायतीराज संस्थाओं को सशक्त करना।
मनरेगा के लक्ष्य –
- टिकाऊ परिसम्पत्तियों के सृजन ,जल सुरक्षा ,मृदा संरक्षण और उच्च भूमि उत्पादकता के जरिये आजीविका की सुरक्षा करना
- मजदूरी रोजगार अवसर की गारंटी देकर ग्रामीण भारत मे सर्वाधिक कमजोर लोगों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- ग्रामीण भारत मे सूखा रोधन और बाढ़ नियंत्रण।
- समाजिक रूप से लाभवंचित वर्गों विशेषकर महिला ,अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के वर्गों को अधिकार सम्पन्न करना।
- ग्रामीण क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधन आधार को पुनर्जीवित करना।
- पंचायतीराज संस्थाओं को सुदृढ़ करके जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना।
मनरेगा में किसको कार्य मिलता है ?
जॉब कार्ड कैसे बनता है-
रोजगार के लिये आवेदन कैसे करते हैं-
15 दिन में रोजगार न मिले तो-
बेरोजगारी भत्ता कब प्राप्त नहीं होगा-
कामगारों के लिये कार्यस्थल पर उपलब्ध सुविधायें-
-
- कार्यस्थल पर कामगारों के लिये शुद्ध सुरक्षित पीने के पानी की व्यवस्था होनी चाहिये।
- कार्यस्थल पर कामगारों के विश्राम के लिये छाया की व्यवस्था होनी चाहिए ।
- कार्यस्थल पर प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स (first aid kit)होना चाहिये ।
- महिला कामगारों के साथ यदि 6 वर्ष से कम के 5 या 5 से अधिक बच्चे हैं तो उन बच्चों की देखभाल के लिए एक महिला रखी जायेगी जिसे कामगारों के बराबर मजदूरी मिलेगी।
मनरेगा कामगार के निवासस्थल के 5 किलोमीटर दायरे में कार्य प्राप्त होता है –
मनरेगा में कामगार को कितनी मजदूरी मिलती है-
मनरेगा कामगारों /श्रमिकों के न्यूनतम अधिकार –
- कामगारों के लिये कार्यस्थल पर स्वच्छ सुरक्षित पीने के पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।
- कार्यस्थल पर कामगारों के लिये विश्राम की अवधि के लिये शेड की व्यवस्था होनी चाहिए।
- कार्यस्थल पर कामगारों की छोटी-मोटी चोट के उपचार के लिये प्राथमिक सहायत बॉक्स की व्यवस्था होनी चाहिए।
- महिला कामगारों के लिये जिनके साथ 6 वर्ष से कम आयु के बालक हैं ,जिनकी संख्या 5 या 5 से अधिक है बालकों की देखरेख के लिये एक अन्य महिला कामगार की व्यवस्था की जायेगी।उस महिला कामगार को अन्य कामगारों के बराबर मजदूरी मिलेगी।
- कार्यस्थल पर यदि कोई कामगार घायल हो जाता है तो उसका इलाज अधिनियम के प्रवधानानुसार निशुल्क होगा।
- कार्यस्थल पर यदि कोई कामगार दुर्घटना वश अधिक घायल हो जाता है और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है तब इस स्थिति में अस्पताल के खर्च अर्थात बेड ,डॉक्टर फीस व दवाइयों का खर्च निशुल्क होगा ।साथ ही कामगार को अपेक्षित मजदूरी की आधी या आधी से अधिक मजदूरी का भुगतान प्राप्त होगा।
- यदि योजना के अंतर्गत कार्य कर रहे किसी कामगार की कार्य के दौरान मृत्यु हो जाती है या विकलांग हो जाता है तब कार्यान्वयन अभिकरण 25 हजार की दर से या ऐसी राशि जिसे केंद्र सरकार अधिसूचित करे आग्रहपूर्वक प्रदान की जाएगी यथास्थिति मृत या विकलांग व्यक्ति के वारिसों को प्रदान की जाएगी।
- कामगारों को काम के आवेदन की दिनाँक सहित रसीद पाने का अधिकार है।
- काम के आवेदन की दिनाँक से 15 दिन के अंदर काम पाने का अधिकार।
- 15 दिन के अंदर काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने का अधिकार।
- कामगारों को अपने निवास स्थल से 5 किलोमीटर की परिधि (दायरे) में काम प्राप्त होना ।निवास स्थल से 5 किलोमीटर की अधिक दूरी पर काम करने पर मजदूरी का 10 प्रतिशत अतिरिक्त भत्ता प्राप्त करने का अधिकार।
- कामगार को मस्टररोल ,माप पुस्तिका व अन्य दस्तावेजों को देखने का अधिकार है।
ग्रामपंचायत स्तर पर मनरेगा के कौन कौन कर्मचारी होते हैं –
ग्राम रोजगार सेवक-
- जॉब कार्ड के लिये रजिस्ट्रेशन करना ,रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करना,मजदूरों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराना।
- कामगारों से काम के आवेदन स्वीकार करना व कामगारों को दिनांकित रशीद देना।
- कार्य प्रारंभ होने की सूचना कामगारों को देना ,काम प्रारम्भ होने की सूचना पंचायत भवन के नोटिस बोर्ड चस्पा करना।
- कामगारों में कार्य को बांटना ।
- ग्रामसभा की बैठक को सुगम बनाना तथा सोशल ऑडिट व रोजगार दिवस को सुगम बनाना।
- सुनिश्चित करना कि कार्यस्थल पर कामगारों के प्रत्येक समूह को मिट्टी के कार्य की निशानदेही की जाती है जिससे कामगारों को यह पता रहे कि उन्हें मजदूरी दर प्राप्त करने की लिये कितना कार्य करना होगा।
- इसकी जाँच करना कि कार्यस्थल पर मेट समय पर पहुचते हैं या नहीं और कार्य स्थल पर ही मस्टररोल में हाजरी भरते हैं या नहीं।
- यह सुनिश्चित करना कि कार्यस्थल पर कामगारों के लिये अनुसूची 2 के अनुसार सुविधाएं हैं या नहीं।
- कामगारों के जॉबकार्ड को समय समय अपडेट करना।
- ग्रामस्तर पर मनरेगा सम्बन्धी समस्त रजिस्टरों का रखरखाव करना।सचिव या अन्य कर्मी जो मनरेगा लेखा के संधारण के लिये जिम्मेदार है की सहायत करना।
- मनरेगा के समस्त दस्तावेजो या अभिलेखों को आमजन के निरीक्षण हेतु सुलभ कराना।
मेट या कार्यस्थल पर्यवेक्षक –
मेट के लिये प्राथमिकता –
नोट- एक व्यक्ति जब मेट के रूप में कार्य कर रहा होता है तो वह उसी समय उस कार्य मे कामगार के रूप में कार्य नहीं कर सकता है।
मेट के कार्य –
- कार्यस्थल का पर्यवेक्षण करना।
- कार्यस्थल पर ही मस्टररोल में हाजिरी लेना।
- कामगारों को कार्य बाँटना।
- कार्य प्रारंभ होने से पूर्वकार्यस्थल पर मिट्टी कार्यो की निशानदेही करना।
- दिन के अंत मे माप लेना।
- जॉबकार्ड आवेदन को सुगम बनाना तथा उन्हें ग्राम पंचायत में प्रस्तुत करना।
- कामगारों के लिये काम की मांग को सुगम बनाना ,कामगारों की तरफ से पंचायत में कार्य की मांग लगाना तथा पंचायत से दिनांकित पावती रशीद प्राप्त करना।
- निरीक्षर कामगारों को हस्ताक्षर सीखने में सहायता करना।
- मेट हुये मस्टररोल को पंचायत में प्रस्तुत करना।
- यह निगरानी करना कि उसके समूह या समूहों में कोई कामगार बिना काम किये लाभ न पाए।
मनरेगा कार्य की मॉनिटरिंग/निगरानी-
ऐसे करें ऑफलाइन आवेदन
- सबसे पहले पंचायत कार्यालय से जॉब कार्ड का आवेदन फॉर्म लेना होगा.
- फॉर्म में पूछी गई जानकारी भरने के बाद जरूरी दस्तावेजों को फॉर्म के साथ लगाना होगा
- इसके बाद अपना आवेदन फॉर्म ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा करवाना होगा
- इसका बाद ग्राम पंचायत प्रधान आपके आवेदन की जांच करने के बाद इसे संबंधित कार्यालय के पास भेजेगा
- इसके बाद आपका नाम जॉब कार्ड लिस्ट में दर्ज कर लिया जाएगा.
- ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार सेवक आपका फॉर्म मनरेगा पोर्टल पर सबमिट करेगा
- 15 दिन के अंदर आपको जॉब कार्ड आपकों सौंप दिया जाएगा.
मनरेगा सहायक यशपाल वर्मा ने बताया “सबसे पहले जॉब कार्ड के लिए सादे पेपर या फॉर्म नंबर एक के तहत मनरेगा सहायक के पास आवेदन करना पड़ता है. इसके साथ दो पासपोर्ट साइज के फोटो, आधार कार्ड और बैंक पास बुक की कॉपी लगानी अनिवार्य है. इसके बाद 15 दिन में जॉब कार्ड बन जाएगा.”
ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
मनरेगा जॉब कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है. सबसे पहले आवेदक को Umang की आधिकारिक वेबसाइट https://web.umang.gov.in/ पर जाना होगा या उसे अपने मोबाइल पर Umang App डाउनलोड करना होगा. यहां पर मनरेगा पोर्टल के जरिए जॉब कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है.
जॉब कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
मनरेगा जॉब कार्ड बनवाने के कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है. नीचे सूची में दिए गए दस्तावेज जॉब कार्ड आवेदन के लिए मान्य हैं. इन दस्तावेजों के साथ आप अपना जॉब कार्ड बनवा सकते हैं. इन दस्तावेजों को सत्यापित कर आपका जॉब कार्ड बनता है.
- आधार कार्ड की फोटोकॉपी
- वोटर आईडी कार्ड
- बैंक पास बुक की फोटोकॉपी
- आवेदक का स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- आवेदक का आय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो