NCERT MCQs | कला एवं संस्कृति | वास्तुकला एवं स्थापत्य कला

वास्तुकला एवं स्थापत्य कला

NCERT MCQs | कला एवं संस्कृति | वास्तुकला एवं स्थापत्य कला

NCERT MCQs | कला एवं संस्कृति | वास्तुकला एवं स्थापत्य कला

वास्तुकला एवं स्थापत्य कला

1. स्तूप के संदर्भ में नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. स्तूप अधिकतर बुद्ध के स्मृति चिह्नों (रेलिक्स) पर बनाए जाते थे।
2. बुद्ध से जुड़े सभी स्तूप गंगा घाटी के दक्षिण में पाए गए हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (a)
व्याख्या- स्तूप के संदर्भ में कथन (1) सत्य है। स्तूप अर्द्ध वृत्ताकार गोल टीले के आकार की संरचना होती है। यह बौद्ध धर्म से संबद्ध संरचना है। अधिकतर स्तूप बुद्ध के अवशेषों एवं स्मृति चिह्नों (रेलिक्स) पर बनाए जाते थे। सारनाथ, साँची तथा भरहुत के प्रसिद्ध हैं।
कथन (2) असत्य है, क्योंकि बुद्ध से जुड़े सभी स्तूप गंगा घाटी के दक्षिण में नहीं पाए गए हैं। केसरिया एवं गांधार आदि अनेक ऐसे स्थलों पर स्तूप पाए गए हैं, जो गंगा घाटी के उत्तर में स्थित हैं। मौर्य शासक अशोक ने 84 हजार स्तूपों को बनवाया था।
2. चैत्य एवं विहार के संबंध में नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. चैत्य बौद्ध भिक्षुओं के रहने का स्थान होता था, जबकि विहार उनका उपासना स्थल था।
2. भाजा का चैत्य महाराष्ट्र में है। 
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2 
(c) 1 और 2
(d) न तो1 और न ही 2
उत्तर - (b)
व्याख्या- चैत्य एवं विहार के संबंध में कथन (2) सत्य है। भाजा एवं कार्ले प्रमुख चैत्य स्थल हैं, जो कि महाराष्ट्र में स्थित हैं।
कथन (1) असत्य है, क्योंकि चैत्य बौद्ध भिक्षुओं का निवास स्थान नहीं, बल्कि पूजा स्थल है। जबकि विहार बौद्ध भिक्षुओं के रहने के स्थान को कहा जाता है। स्तूप, विहार (मठ) तथा चैत्य बौद्ध धर्म से संबंधित संरचनाएँ हैं। चैत्य के भीतर स्तूप होता था, जहाँ उपासना की जाती थी। विहारों में नालंदा महाविहार प्रसिद्ध था।
3. साँची स्तूप के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए
1. यह स्तूप मौर्यकाल की एक कलात्मक उपलब्धि है।
2. प्रत्येक स्तूप में एक छोटा-सा कक्ष है, जिसमें बुद्ध के या बौद्ध संतों के या बौद्ध भिक्षुओं के पार्थिव अवशेष एक कलश में रखे होते हैं।
3. वर्तमान समय में यह स्तूप नष्ट हो चुका है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) केवल 3
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर - (c)
व्याख्या- साँची स्तूप के संबंध में कथन (3) असत्य है, क्योंकि मध्य प्रदेश में अवस्थित साँची का स्तूप ही वर्तमान में सुरक्षित बचा है। यह पूरी तरह से नष्ट नहीं हुआ है।
कथन (1) और (2) सत्य है । साँची का स्तूप मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में अवस्थित है। यह मौर्यकाल की कलात्मक उपलब्धि है। इस स्तूप का निर्माण सम्राट अशोक ने अपनी पत्नी (महादेवी) के कहने पर तीसरी शताब्दी ई. पू. में करवाया था। इसके तोरण द्वार पर बुद्ध के जीवन की घटनाओं को प्रस्तुत (उत्कीर्ण) किया गया है।
प्रत्येक स्तूप एक छोटा-सा कक्ष होता है, जिसमें बुद्ध या बौद्ध संतों और भिक्षुओं का पार्थिव अवशेष एक कलश में रखा होता है। स्तूप के ऊपरी भाग में पत्थर की एक छतरी होती है तथा स्तूप के चारों ओर परिक्रमा का एक रास्ता होता है, जो रेलिंग से घिरा होता है। 
4. दक्षिण भारतीय बौद्ध स्मारक जगय्यपेट तथा नागार्जुनकोंडा किस राज्य में स्थित हैं?
(a) तमिलनाडु 
(b) आंध्र प्रदेश
(c) केरल
(d) कर्नाटक
उत्तर - (b)
व्याख्या- आंध्र प्रदेश के वेंगी क्षेत्र में अनेक स्तूप स्थल हैं; जैसे- जगय्यपेट, नागार्जुनकोंडा, अमरावती आदि । जगय्यपेट, नागार्जुनकोंडा तथा अमरावती दक्षिण भारत में स्थित प्रसिद्ध बौद्ध स्मारक हैं। हाल नामक सातवाहन राजा ने बौद्ध संत नागार्जुन के नाम पर श्री पर्वत शिखर पर एक विहार बनवाया था। हाल ने प्राकृत भाषा में गाथासप्तसती नामक पुस्तक की रचना भी की।
5. अमरावती स्तूप के विषय में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. यह आंध्र प्रदेश के वेंगी क्षेत्र में स्थित है।
2. इस पर जातक एवं गीता के प्रसंग चित्रित हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य नहीं है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (b)
व्याख्या- अमरावती स्तूप के विषय में दिए गए कथनों में से कथन ( 1 ) सत्य है। अमरावती स्तूप आंध्र प्रदेश के वेंगी क्षेत्र में अवस्थित है, साँची स्तूप की भाँति अमरावती स्तूप में भी प्रदक्षिणा पथ है, जो वेदिका से ढका हुआ है। कथन (2) असत्य है, क्योंकि अमरावती स्तूप पर बुद्ध जीवन की घटनाएँ और जातक कथाओं के प्रसंग चित्रित हैं, न कि गीता के प्रसंग ।
6. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. कार्ले का चैत्य पूर्वी भारत में चट्टानों को काटकर बनाया गया था।
2. कार्ले चैत्य कक्ष (मंडप) को मनुष्यों तथा जानवरों की आकृतियों से सजाया गया था।
3. गुंटापल्ली और अनाकपल्ली अशोक स्तंभ के लिए प्रसिद्ध हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है / हैं?
(a) 1 और 2
(b) 2 और 3
(c) केवल 2
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (c)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (2) सत्य है। कार्ले चैत्य कक्ष (मंडप) को मनुष्यों तथा जानवरों की आकृतियों से सजाया गया था, चैत्य बौद्धों का उपासना स्थल होता है।
कथन (1) और (3) असत्य हैं, क्योंकि कार्ले का चैत्य पूर्वी भारत में नहीं, बल्कि पश्चिमी भारत में स्थित है। यह महाराष्ट्र के पूना जिले में (कार्ला में) चट्टामों को काटकर बनाया गया था।
गुंटापल्ली में चट्टान काटकर चैत्य बनाया गया था, तो वहीं अनाकपल्ली में चट्टानों को काटकर स्तूप बनाया गया है। इस प्रकार ये स्थल बौद्ध चैत्य एवं स्तूप के लिए प्रसिद्ध हैं न कि अशोक स्तंभ के लिए
7. अजंता गुफाओं के संदर्भ में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित है।
2. इसमें कुल 26 गुफाएँ हैं, जिसमें से 4 चैत्य गुफाएँ हैं।
3. अजंता ही एक ऐसा उदाहरण है, जहाँ ई. पू. पहली शताब्दी से लेकर ईसा की पाँचवीं शताब्दी के चित्र पाए जाते हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (a)
व्याख्या- अजंता गुफाओं के संदर्भ में दिए गए कथनों में से कथन (1) और (2) असत्य क्योंकि अजंता गुफा महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है, न कि नासिक जिले में। अजंता में कुल 30 गुफाएँ हैं, जिनमें से 4 चैत्य गुफाएँ हैं, इसमें बड़े-बड़े चैत्य विहार हैं और ये प्रतिमाओं तथा चित्रों से अलंकृत हैं।
कथन (3) सत्य है। अजंता ही एकमात्र उदाहरण है, जहाँ ईसा पूर्व पहली शताब्दी और ईसा की पाँचवी शताब्दी के चित्र पाए जाते हैं। अजंता में बुद्ध एवं
बौद्ध धर्म से जुड़े चित्र, मूर्ति, उपासना स्थल आदि पाए गए हैं। यह गुफा अपनी भित्ति चित्रकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इन गुफाओं में चट्टानों को काटकर बौद्ध स्मारक बनाए गए थे।
8. अजंता और महाबलीपुरम के रूप में ज्ञात दो ऐतिहासिक स्थानों में कौन-सी बात / बातें समान है/हैं?
1. दोनों एक ही समयकाल में निर्मित हुए थे।
2. दोनों एक ही धार्मिक संप्रदाय से संबद्ध हैं।
3. दोनों में शैलाकृत स्मारक है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) 1 और 2 
(b) केवल 3
(c) 1 और 3
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर - (c)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन ( 1 ) और (3) सत्य हैं। शैलाकृत स्मारकों के निर्माण के दूसरे चरण में दूसरी शताब्दी से सातवीं शताब्दी ई. के बीच महायान बौद्ध धर्म, हिंदू तथा जैन धर्म में मूर्तिपूजा के बढ़ते प्रचलन ने अजंता तथा महाबलीपुरम जैसे स्मारकों के निर्माण को गति प्रदान की। अजंता में बौद्ध धर्म से जुड़ी प्रतिमाओं तथा जातक कथाओं का चित्रण है। महाबलीपुरम के मंडप पत्थरों को काटकर वृहद् रथमंदिरों का निर्माण किया गया है।
कथन (2) असत्य है, क्योंकि अजंता तथा महाबलीपुरम दोनों अलग-अलग धार्मिक संप्रदाय से संबद्ध हैं। अजंता, बौद्ध धर्म से एवं महाबलीपुरम, शैव धर्म से संबद्ध है।
9. एलोरा गुफा से संबंधित बिंदुओं पर विचार कीजिए
1. यहाँ बौद्ध, जैन एवं हिंदू धर्मों से संबंधित गुफाएँ हैं।
2. एलोरा की गुफाएँ भी अजंता की भाँति ही दो मंजिली हैं।
3. इसमें विष्णु के विभिन्न अवतारों को दर्शाया गया है ।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) 2 और 3
(c) केवल 1
(d) 1 और 3
उत्तर - (d)
व्याख्या- एलोरा गुफा से संबंधित कथन (1) और (3) सत्य हैं। एलोरा की गुफा महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में अवस्थित है। यहाँ बौद्ध, जैन एवं हिंदू धर्मों से संबंधित 34 गुफाएँ हैं। यहाँ ईसा की पाँचवीं सदी से लेकर ग्यारहवीं सदी तक के तीन भिन्न-भिन्न धर्मों के धर्म स्थल एक साथ दिखाई देते हैं। कथन (2) असत्य है, क्योंकि एलोरा में तीन मंजिला गुफा मिली है, जबकि अजंता में दो मंजिल तक की गुफा ही मिली है।
10. निम्नलिखित में कौन सुमेलित है?
(a) एलोरा की गुफाएँ                              शक
(b) मीनाक्षी मंदिर                                  पल्लव
(c) खजुराहो मंदिर                                चंदेल
(d) महाबलीपुरम के मंदिर                      राष्ट्रकूट
उत्तर - (c)
व्याख्या- दिए गए युग्मों में से युग्म (c) सही सुमेलित है। खजुराहो के मंदिरों का निर्माण मध्य भारत के चंदेल शासकों ने कराया था। यहाँ पर हिंदू और जैन धर्म से संबंधित मंदिर हैं और खजुराहो को यूनेस्को विश्व विरासत स्थल समूह में शामिल किया गया है।
एलोरा के गुफा मंदिरों का निर्माण वाकाटक तथा गुप्त शासकों द्वारा कराया गया। मदुरै के मीनाक्षी मंदिर का निर्माण पांड्य शासकों ने करवाया था। महाबलीपुरम के मंदिरों का निर्माण पल्लव शासकों ने कराया, जो चट्टान काटकर बनाए जाने वाले मंदिरों में उत्कृष्ट हैं। यहाँ के मंदिरों के समूह को रथ मंदिर के नाम से जाना जाता है।
11. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. उदयगिरि - खंडगिरि गुफा पूर्वोत्तर भारत में स्थित है।
2. चट्टानों को काटकर देश के सबसे बड़े स्तूप का निर्माण अनाकापल्ली हुआ है।
3. उदयगिरि - खंडगिरि गुफाओं में खारवेल जैन राजाओं के शिलालेख पाए जाते हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) 1 और 3 
(b) केवल 1
(c) 2 और 3
(d) 1 और 2
उत्तर - (c)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (2) और (3) सत्य हैं। अनाकापल्ली आंध्र प्रदेश में स्थित है तथा यहाँ चौथी-पाँचवीं सदी में चट्टानों को काटकर एक बड़ा स्तूप बनाया गया। यह देश में चट्टान काटकर निर्मित किया गया, सबसे बड़ा स्तूप है।
उदयगिरि - खंडगिरि गुफाओं में खारवेल जैन राजाओं के शिलालेख पाए गए हैं। ये जैन गुफाएँ मुनियों के लिए बनाई गई थीं।
कथन (1) असत्य है, क्योंकि उदयगिरि खंडगिरि की गुफाएँ पूर्वोत्तर भारत में नहीं, बल्कि पूर्वी भारत में स्थित ओडिशा में हैं। यहाँ कुछ गुफाओं को बड़ी चट्टानों में पशु का आकार देकर बनाया गया है। ये गुफाएँ मुख्यतः जैन धर्म से संबंधित हैं।
12. नागर, द्रविड़ और बेसर हैं
(a) भारतीय उपमहाद्वीप के तीन मुख्य जातीय समूह
(b) तीन मुख्य भाषा वर्ग, जिनमें भारत की भाषाओं को विभक्त किया जा सकता है
(c) भारतीय मंदिर वास्तु की तीन मुख्य शैलियाँ
(d) भारत में प्रचलित तीन मुख्य संगीत घराने
उत्तर - (c)
व्याख्या- प्राचीन भारत में मंदिर वास्तु की तीन प्रमुख शैलियाँ विकसित हुई हैं। ये हैं- नागर, द्रविड़ तथा बेसर। नागर शैली का मंदिर स्थापत्य उत्तर भारत में प्रसिद्ध है। द्रविड़ शैली में दक्षिण भारत के मंदिर निर्मित हैं।
बेसर शैली वस्तुत: नागर तथा द्रविड़ का मिश्रित रूप है। बेसर शैली मध्य भारत के मंदिरों पर अपना प्रभाव डालती है।
13. नागर शैली के संदर्भ में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. यह उत्तर भारत में प्रचलित मंदिर निर्माण की शैली है।
2. इसके प्रवेश द्वार को गोपुरम कहा जाता है।
3. इसके गर्भगृह के प्रवेश द्वार के पास गंगा-यमुना नदी की प्रतिमाएँ हैं।
4. यह संपूर्ण मंदिर एक विशाल चबूतरे (वेदी) पर बनाया जाता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) 1 और 2 
(b) 2, 3 और 4
(c) 1, 3 और 4
(d) 2 और 4
उत्तर - (c)
व्याख्या- नागर शैली के संदर्भ में कथन (1), (3) और (4) सत्य हैं। नागर शैली मंदिर स्थापत्य की उत्तर भारत में प्रचलित प्रमुख निर्माण शैली है। इसे उत्तर भारतीय मंदिर शैली भी कहा जाता है। इस शैली में संपूर्ण मंदिर को एक विशाल चबूतरे पर बनाया जाता है और उस तक पहुँचने के लिए सीढ़ियाँ होती हैं। नागर शैली के मंदिरों में गंगा और यमुना जैसी नदी देवियों को (इनकी प्रतिमाओं को) गर्भगृह के प्रवेश द्वार के पास रखा जाता है।
कथन (2) असत्य है, क्योंकि गोपुरम, नागर शैली में निर्मित मंदिरों की नहीं, बल्कि द्रविड़ शैली में निर्मित मंदिरों की विशेषता है। द्रविड़ शैली में निर्मित मंदिर के मुख्य द्वार को गोपुरम कहा जाता है।
14. मंदिर के संबंध में नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. पाँचवीं सदी तक आते-आते भू-प्रशासन में मंदिर की भूमिका काफी महत्त्वपूर्ण हो गई थी।
2. मंदिरों के पूजा गृह तीन प्रकार के होते थे।
3. मंदिर के गर्भगृह में गौण अधिष्ठाता देवताओं की मूर्ति को स्थापित किया जाता था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) 1 और 3 
(b) 2 और 3
(c) केवल 2
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (a)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (1) और (3) असत्य हैं। भू-प्रशासन में मंदिर की भूमिका पाँचवीं सदी तक नहीं, बल्कि दसवीं शताब्दी तक आते-आते महत्त्वपूर्ण हो गई थी।
मंदिर के गर्भगृह में मुख्य अधिष्ठाता देवताओं की मूर्ति को स्थापित किया जाता है न कि गौण देवता की। गौण देवताओं की मूर्ति मुख्य देवता के आस-पास स्थापित की जाती है। गर्भगृह ही अधिकांश पूजा-पाठ या धार्मिक क्रियाओं का केंद्र बिंदु होता है।
कथन (2) सत्य है। मंदिरों के पूजा गृह तीन प्रकार के होते हैं- संधर किस्म, निरंधर किस्म तथा सर्वतोभद्र ।
15. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. बेसर शैली मंदिर निर्माण की शैली है।
2. बेसर शैली का क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत है।
3. बेसर शैली नागर एवं द्रविड़ शैली का मिश्रण है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य नहीं है /हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2
(c) 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (b)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (2) सत्य नहीं है, क्योंकि शैली का क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत नहीं, बल्कि विंध्याचल पर्वत से लेकर कृष्णा नदी तक है ।
कथन (1) और (3) सत्य हैं । वेसर शैली मंदिर निर्माण की शैली है। यह उत्तर भारत की नागर शैली तथा दक्षिण भारत की द्रविड़ शैली का मिश्रित रूप है। इस शैली के मंदिर विंध्याचल पर्वत (मध्य भारत ) से लेकर कृष्णा नदी (दक्षिण भारत) तक पाए जाते हैं। बेसर शैली को चालुक्य शैली भी कहा जाता है।
16. भारत के सांस्कृतिक इतिहास में 'पंचायतन' शब्द किसे निर्दिष्ट करता है ?
(a) ग्राम के ज्येष्ठ जनों की सभा
(b) धार्मिक संप्रदाय
(c) मंदिर रचना शैली
(d) प्रशासनिक अधिकारी
उत्तर - (c)
व्याख्या- भारत के सांस्कृतिक इतिहास में 'पंचायतन' शब्द मंदिर की रचना को निर्दिष्ट करता है। देवगढ़ का दशावतार मंदिर जो विष्णु को समर्पित है, यह उत्तर प्रदेश के ललितपुर में है, इसे गुप्तकालीन मंदिर स्थापत्य का एक श्रेष्ठ उदाहरण माना जाता है। यह मंदिर वास्तुकला की पंचायतन शैली में निर्मित है। इस शैली में मुख्य देवालय को एक वर्गाकार वेदी पर बनाया जाता है और चार कोनों में चार छोटे सहायक देवालय बनाए जाते हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर पाँच छोटे-बड़े देवालय बनाए जाते हैं, इसलिए इस शैली को पंचायतन शैली कहा जाता है।
17. खजुराहो मंदिर के विषय में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. इसका निर्माण पल्लव राजाओं द्वारा कराया गया था।
2. यहाँ कंदरिया महादेव मंदिर शिल्प का श्रेष्ठ उदाहरण है।
3. इस मंदिर का निर्माण नागर शैली में हुआ है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (b)
व्याख्या- खजुराहो मंदिर के विषय में कथन (2) और (3) सत्य हैं। खजुराहों मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में अवस्थित है। इस मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है। यहाँ स्थित कंदरिया महादेव मंदिर को भारतीय मंदिर स्थापत्य शैली का सर्वोत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।
कथन (1) असत्य है, क्योंकि खजुराहो मंदिर का निर्माण पल्लवों द्वारा नहीं, बल्कि चंदेल राजाओं द्वारा 900 ई. से 1130 ई. के बीच कराया गया था। खजुराहो के मंदिर प्रतिमाओं के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
18. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. माउंट आबू एवं रणकपुर, राजस्थान में स्थित जैन मंदिर हैं।
2. प्रसिद्ध सूर्य मंदिर, मोढ़ेरा, (गुजरात) में स्थित है।
3. योगिनी पंथ को समर्पित मंदिर केवल मध्य प्रदेश में बनाए गए थे।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है /हैं?
(a) केवल 1 
(b) 1 और 2
(c) 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (b)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (1) और (2) सत्य हैं। माउंट आबू एवं रणकपुर के जैन मंदिर राजस्थान में अवस्थित हैं। इनका निर्माण 10वीं से 12वीं सदी के बीच सफेद संगमरमर का प्रयोग करके किया गया था।
सूर्य मंदिर मोढेरा (गुजरात) में अवस्थित है, यह मंदिर 11वीं शताब्दी में बना है, इसे सोलंकी राजवंश के राजा भीमदेव प्रथम ने 1026 ई. में बनवाया था। कथन (3) असत्य है, क्योंकि योगिनी पंथ को समर्पित मंदिर केवल मध्य प्रदेश में ही नहीं है, बल्कि यह ओडिशा और तमिलनाडु में भी बनाए गए थे।
19. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. अहोम शैली असम में प्रचलित मंदिर निर्माण की शैली है।
2. शिवसागर मंदिर बंगाल (कलकत्ता) में है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं? 
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (a)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (1) सत्य है । अहोम शैली, असम में प्रचलित मंदिर निर्माण की शैली है। यह शैली एक क्षेत्रीय शैली है, जिसका विकास 12वीं से 14वीं सदी के बीच हुआ, इस शैली का मुख्य क्षेत्र गुवाहाटी और उसके आस-पास का क्षेत्र था।
कथन (2) असत्य है, क्योंकि शिवसागर मंदिर बंगाल (कलकत्ता) में नहीं, बल्कि असम में है, यहाँ तीन मंदिर हैं, शिव, दुर्गा तथा विष्णु मंदिर। इस मंदिर का निर्माण 18वीं सदी में असम की रानी बररजा अंबिका के द्वारा कराया गया था। स्मरणीय है कि 18वीं शताब्दी में शिवसागर अहोम साम्राज्य की राजधानी थी।
20. रेखापीड़, ढाडकेव तथा खाकरा किस मंदिर वास्तुकला की विशेषताएँ हैं? 
(a) असम वास्तुकला
(b) ओडिशा वास्तुकला
(c) तमिल वास्तुकला
(d) खजुराहों वास्तुकला
उत्तर - (b)
व्याख्या- रेखापीड़, ढाडकेव तथा खाकरा ओडिशा मंदिर की वास्तुकला की मुख्य विशेषताएँ हैं। यहाँ के अधिकांश प्रमुख ऐतिहासिक स्थल प्राचीन कलिंग क्षेत्र में अर्थात् आधुनिक पुरी जिले में ही स्थित हैं।
ओडिशा की मंदिर शैली को नागर शैली की उप शैली कहा जाता है। इन मंदिरों में देवालयों से पहले सामान्य रूप से मंडल होते हैं, जिन्हें ओडिशा में जगमोहन कहा जाता है। ओडिशा शैली के प्रमुख मंदिर के उदाहरण कोणार्क का सूर्य मंदिर, जगन्नाथ पुरी मंदिर आदि हैं।
21. 'यह मंदिर निर्माण की एक शैली है, जिसमें मंदिर के चारों ओर एक चहारदीवारी है और इसके प्रवेश द्वार को गोपुरम कहा जाता है । 
उपर्युक्त विवरण मंदिर निर्माण की किस शैली का है ?
(a) नागर शैली
(b वेसर (बेसर) शैली
(c) द्रविड़ शैली
(d) पहाड़ी शैली
उत्तर - (c)
व्याख्या- प्रश्न में वर्णित विवरण द्रविड़ शैली का है। द्रविड़ शैली के मंदिर चारों ओर एक चहारदीवारी से घिरे होते हैं, इस चहारदीवारी के बीच में प्रवेश द्वार होते हैं, जिन्हें गोपुरम् कहते हैं। इस शैली के मंदिर का निर्माण दक्षिण भारत में किया गया है।
द्रविड़ शैली के मंदिर के गुंबद को तमिलनाडु में विमान कहा जाता है, यह मुख्यतः एक सीढ़ीदार पिरामिड की भाँति होता है, जो ऊपर की ओर ज्यामितीय रूप से उठा होता है।
दक्षिण भारतीय (द्रविड़ शैली) मंदिरों में सामान्यतः भयानक द्वारपालों की प्रतिमाएँ खड़ी की जाती हैं। मंदिर के परिसर में एक बड़ा जलाशय अथवा तालाब में होता इस शैली के प्रमुख मंदिर मीनाक्षी मंदिर, बृहदेश्वर मंदिर आदि हैं।
22. काँचीपुरम, तंजावुर तथा कुंभकोणम् मंदिर नगर कहाँ अवस्थित हैं?
(a) कर्नाटक 
(b) आंध्र प्रदेश
(c) केरल 
(d) तमिलनाडु
उत्तर - (d)
व्याख्या- काँचीपुरम, तंजावुर तथा कुंभकोणम् मंदिर नगर तमिलनाडु में अवस्थित हैं। ये नगर मंदिर शहरी वास्तुकला के केंद्र बिंदु बनने लगे थे। तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर द्रविड़ वास्तुकला का एक श्रेष्ठ उदाहरण है।
23. 'यह तंजावुर में स्थित एक मंदिर है, जो समस्त भारतीय मंदिरों में सबसे बड़ा और ऊँचा है। इसे राजराजेश्वर मंदिर भी कहा जाता है। '
उपर्युक्त विवरण किस मंदिर के विषय में है ?
(a) बृहदेश्वर मंदिर 
(b) मीनाक्षी मंदिर
(c) तट मंदिर
(d) रथ मंदिर
उत्तर - (a)
व्याख्या- उपर्युक्त विवरण बृहदेश्वर मंदिर का है। बृहदेश्वर मंदिर तंजावुर (तमिलनाडु) में अवस्थित है। यह सभी भारतीय मंदिरों में सबसे ऊँचा और बड़ा है। इसका निर्माण 1009 ई. के आस-पास राजराज चोल द्वारा पूरा कराया गया था। इसे राजराजेश्वर मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह विश्व में एकमात्र मंदिर है, जो ग्रेनाइट से बना हुआ है। यह मंदिर द्रविड़ वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है।
24. कैलाशनाथ मंदिर के संदर्भ में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए। 
1. इसका निर्माण राष्ट्रकूट शासकों द्वारा करवाया गया था।
2. यह भारतीय शैलकृत वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
3. यह मंदिर बेसर शैली में निर्मित है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर - (c)
व्याख्या- कैलाशनाथ मंदिर के संदर्भ में कथन (3) असत्य है, क्योंकि कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण बेसर शैली में नहीं, बल्कि पूर्णतया द्रविड़ शैली में किया गया है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो कि कैलाशवासी हैं, इसलिए इस मंदिर का नाम कैलाश मंदिर रखा गया।
कथन (1) और (2) सत्य हैं। कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम द्वारा 8वीं सदी में कराया गया था। यह मंदिर एलोरा (महाराष्ट्र) में स्थित है। यह एक ही चट्टान को काटकर बनाया गया सबसे बड़ा मंदिर है।
25. प्रसिद्ध विरुपाक्ष मंदिर कहाँ अवस्थित है?
(a) भद्राचलम 
(b) चिदंबरम
(c) हंपी 
(d) श्रीकालहस्ती
उत्तर - (c)
व्याख्या- प्रसिद्ध विरुपाक्ष मंदिर हंपी (कर्नाटक) में अवस्थित है, यह मंदिर चालुक्य मंदिरों का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है, यह मंदिर विक्रमादित्य द्वितीय के शासनकाल (733-44 ई.) में उसकी पटरानी लोका महादेवी द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
26. होयसल मंदिरों के संदर्भ में नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. होयसल मंदिर द्रविड़ शैली के मंदिर को कहा जाता है।
2. हलेब्रिड का नटराज मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
3. होयसल मंदिर का निर्माण तारकीय योजना के अंतर्गत वर्गाकार रूप में किया गया है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) 1 और 2 
(c) 1 और 3
(b) 2 और 3
(d) केवल 2
उत्तर - (c)
व्याख्या- होयसल मंदिरों के संदर्भ में कथन (1) और (3) असत्य हैं। होयसल मंदिर द्रविड़ शैली का नहीं, बल्कि बेसर शैली का मंदिर है, जिसमें द्रविड़ एवं नागर दोनों मंदिर शैलियों का मिश्रण मिलता है।
होयसल मंदिर का निर्माण तारकीय योजना के अंतर्गत तारे के आकार में किया गया है न कि वर्गाकार रूप में। होयसलों द्वारा बनाए गए मंदिर में अनेक आगे बढ़े हुए कोण होते हैं, जिससे इन मंदिरों की योजना (संरचना) तारे जैसी दिखाई देती है।
कथन (2) सत्य है, हलेब्रिड का नटराज मंदिर नटराज के रूप में भगवान शिव को समर्पित है।
27. विजयनगर वास्तुकला के संदर्भ में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए।
1. इसमें द्रविड़ वास्तु शैलियों तथा इस्लामिक प्रभावों का संश्लिष्ट रूप मिलता है।
2. इस नगर का वर्णन निकोलो - डी- कोंटी तथा रडुआर्ड बारबोसा आदि ने किया है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (c)
व्याख्या- विजयनगर वास्तुकला के संदर्भ में दोनों कथन सत्य हैं। विजयनगर की वास्तुकला में सदियों पुरानी द्रविड़ वास्तुशैली तथा पड़ोसी सल्तनतों द्वारा अपनाई गई इस्लामिक वास्तुशैली का मिश्रित रूप मिलता है।
हंपी शहर विजयनगर की वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। विजयनगर की कला, वास्तुकला एवं नगर की समृद्धि का वर्णन कई विदेशी यात्रियों निकोलो - डी-कोंटी, रडुआर्ड बारबोसा, डोमिंगो पेइस आदि ने किया है।
28. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. नालंदा का मठीय विश्वविद्यालय एक महाविहार है, क्योंकि यह विभिन्न आकारों के अनेक मठों का संकुल है।
2. नालंदा महाविहार प्राचीन पूजा स्थल का केंद्र था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (a)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (1) सत्य है। नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से प्राचीन भारत के प्रसिद्ध पुरास्थल बिहार में अवस्थित हैं। नालंदा का मठीय विश्वविद्यालय एक महाविहार है, क्योंकि यह विभिन्न आकारों के अनेक मठों का संकुल है। इसका निर्माण गुप्तकाल में हुआ था।
कथन (2) असत्य है, क्योंकि नालंदा महाविहार प्राचीन पूजा स्थल का केंद्र नहीं, बल्कि प्राचीन काल में शिक्षा का विश्वप्रसिद्ध केंद्र था। नालंदा के विषय में अधिकांश जानकारी चीनी यात्री ह्वेनसांग के विवरणों से प्राप्त होती है। ह्वेनसांग ने यहाँ अध्ययन (पढ़ाई) किया था।
29. ललितगिरि, वज्रगिरि तथा रत्नागिरि मठ इनमें से कहाँ अवस्थित हैं?
(a) बिहार
(b) महाराष्ट्र
(c) उत्तर प्रदेश
(d) ओडिशा
उत्तर - (d)
व्याख्या- ललितगिरि, वज्रगिरि तथा रत्नागिरि मठ ओडिशा में अवस्थित हैं। ये तीनों बौद्ध मठ हैं। कहीं-कहीं इन तीनों मठों को डायमंड ट्रायंगल (हीरक त्रिभुज) कहा जाता है। यहाँ से बुद्ध की अनेक मूर्तियाँ अलग-अलग अवस्था में से प्राप्त हुई हैं, जैसे-बुद्ध के उपवास की मूर्ति ।
30. 'यहाँ एक पैर पर खड़े योगी का चित्रण है, जिसे कुछ लोग भगीरथ एवं कुछ अर्जुन मानते हैं । ' यह निम्न में से किस मंदिर का चित्रण (विवरण) है?
(a) महाबलीपुरम मंदिर 
(b) बृहदेश्वर मंदिर
(c) हलेब्रिड मंदिर
(d) नटराज मंदिर
उत्तर - (a)
व्याख्या- महाबलीपुरम् में चट्टानों पर उत्कीर्ण चित्रण, कला की दृष्टि से उत्कृष्ट हैं। इसमें चट्टानों के मध्य एक प्राकृतिक दरार है, जिससे होकर (बहकर) पानी नीचे बने कुंड में एकत्रित होता है। विश्व का सबसे बड़ा और प्राकृतिक पैनल महाबलीपुरम की यह विशाल प्रतिमा (फलक/पैनल) है जिसकी ऊँचाई 15 मीटर तथा लंबाई 30 मीटर है। इसे पल्लव काल का माना जाता है। इस पैनल में एक मंदिर उत्कीर्ण है, जिसके सामने तपस्वी और श्रद्धालु बैठे हैं। इसके ऊपर एक पैर पर खड़े योगी का तपमुद्रा में चित्रण है, जिसे कुछ लोग भगीरथ या अर्जुन मानते हैं, जिसके निकट एक नदी तथा पास में वरद ( वरदान) मुद्रा में शिव को दिखाया गया है।
31. इंडो-इस्लामिक वास्तुकला के संबंध में नीचे दिए गए कथ पर विचार कीजिए
1. भारत में मुस्लिम आगमन के समय यहाँ धार्मिक एवं धर्मनिरपेक्ष दोनों वास्तुकला विद्यमान थीं।
2. इंडो-इस्लामिक वास्तुकला पर तुर्की प्रभाव दृष्टिगोचर होता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (d)
व्याख्या- इंडो-इस्लामिक वास्तुकला के संबंध में दोनों कथन सत्य हैं। भारत में इस्लाम विशेष रूप से मुस्लिम व्यापारियों, धर्मगुरुओं और आक्रमणकारियों के साथ आया। जब भारत में मुस्लिम धर्म का आगमन हुआ, तो यहाँ धार्मिक एवं धर्मनिरपेक्ष दोनों वास्तुकला विद्यमान थीं, परंतु बड़े पैमाने पर भवन निर्माण का कार्य 'तेरहवीं शताब्दी में तुर्की शासन की स्थापना के बाद शुरू हुआ, अतः इंडो- इस्लामिक वास्तुकला पर तुर्की प्रभाव दृष्टिगोचर होता है।
भारत में आए मुस्लिमों के साथ वास्तुकला के क्षेत्र में अनेक संरचनात्मक तकनीकों, शैलियों तथा सजावटों का मिश्रण तैयार हुआ, जिसके फलस्वरूप भवन निर्माण की एक नई तकनीक का विकास हुआ, जिसे सामूहिक रूप से इंडो-इस्लामिक, इंडो- सारसेनिक, (इंडो अरेबिक) वास्तुकला कहा गया, कुतुबमीनार (दिल्ली) इसका उदाहरण है।
32. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. भवन निर्माण के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय सामग्री में रोड़ी, कंकड़ एवं सीमेंट से चिनाई करना शामिल था।
2. 17वीं शताब्दी के प्रारंभ होते-होते भवन निर्माण के कार्य में ईंटों का प्रयोग होने लगा।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (b)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (2) सत्य है । ऊँची-मोटी मीनारों, विशाल दुर्ग के साथ किले बनाना मध्यकालीन भारतीय शासकों तथा राजघरानों की विशेषता थी, क्योंकि ऐसे अभेद्य किलों को अक्सर राजा की शक्ति का प्रतीक माना जाता था। 17वीं सदी की शुरुआत से ही भवन निर्माण कार्यों में ईंटों का प्रयोग होने लगा था। इनसे निर्माण कार्य में अधिक सरलता और नम्यता आ गई। कथन (1) असत्य है, क्योंकि भवन निर्माण के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय सामग्री (मसाला) में रोड़ी, कंकड़ आदि से चिनाई करना था, परंतु इसमें सीमेंट शामिल नहीं था। निर्माण में कई प्रकार के पत्थर एवं टाइलों का भी प्रयोग होता था।
33. मीनारों के संबंध में दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
1. स्तंभ या गुंबद का एक अन्य रूप मीनार थी, जो केवल भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में पाई जाती है।
2. मध्यकाल की सबसे प्रसिद्ध एवं आकर्षक मीनारों में से एक हैदराबाद की चारमीनार है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (a)
व्याख्या- मीनारों के संबंध में कथन (1) असत्य है । इस्लामिक (मुस्लिम) वास्तुकला की एक प्रमुख विशेषता मीनार थी। मीनार स्तंभ अथवा गुंबद का ही एक अन्य रूप थी, जो भारतीय उपमहाद्वीप के केवल उत्तरी भाग में ही नहीं, बल्कि सर्वत्र भारत में पाई जाती है ।
कथन (2) सत्य है। मध्यकाल की सबसे प्रसिद्ध एवं आकर्षक मीनार हैदराबाद की चारमीनार हैं। इन मीनारों की असाधारण आकाशीय ऊँचाई शासक की शक्ति का प्रतीक थी।
34. मकबरे से जुड़े तथ्यों ( कथनों) पर विचार करते हुए असत्य कथन का चयन कीजिए
(a) यह शासकों और शाही परिवारों के लोगों की कब्रों पर बनाया जाता था।
(b) जन्नत (स्वर्ग) प्राप्ति की कल्पना को लेकर मकबरों का निर्माण किया जाता था।
(c) इसे बाग-बगीचे या जलाशय के किनारे नहीं बनाया गया है।
(d) अकबर एवं एतमादुद्दौला का मकबरा आगरा में है।
उत्तर - (c)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (c) असत्य है, क्योंकि मकबरों को स्वर्गीय तत्त्वों के मध्य में जैसे- बाग-बगीचों के अंदर या किसी जलाशय या नदी के किनारे बनाया जाता था। इस प्रकार के मकबरों का निर्माण बाद के काल में किया जाने लगा; जैसे- हुमायूँ का मकबरा तथा ताजमहल में देखा जा सकता है।
शासकों एवं शाही (राजा/सुल्तान) घरानों के लोगों की कब्रों पर विशाल मकबरा बनाना मध्यकालीन भारत की एक लोकप्रिय परंपरा थी। कुछ प्रसिद्ध मकबरों में दिल्ली में स्थित ग्यासुद्दीन तुगलक और हुमायूँ तथा आगरा में स्थित अकबर एवं एतमादुद्दौला का मकबरा है।
35. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. अटाला मस्जिद का निर्माण शक राजवंश के शासकों ने करवाया था।
2. तीन दरवाजा मस्जिद का निर्माण बहादुरशाह द्वारा करवाया गया था।
3. ‘सादी सैयद मस्जिद' हैदराबाद में स्थित है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
(a) 1 और 2 
(b) केवल 2
(c) 2 और 3
(d) ये सभी
उत्तर - (c)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (2) और (3) असत्य हैं। तीन दरवाजा मस्जिद का निर्माण अहमदशाह ने कराया था न कि बहादुरशाह ने। अहमदशाह ने जामी मस्जिद का भी निर्माण कराया था। यह गुजरात का शासक था और इसने अहमदाबाद नगर को बसाया था।
सादी मस्जिद हैदराबाद में नहीं, बल्कि अहमदाबाद में है। यह अपनी सुंदर जाली वाली कारीगरी के लिए प्रसिद्ध है, इसे 'जाली मस्जिद' भी कहा जाता है। कथन (1) सत्य है। जौनपुर के शक सुल्तानों ने अटाला मस्जिद को बनवाया था। यह एक भव्य इमारत है, जिसे जाली तथा कमल आदि से सजाया गया है।
36. निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है?
(a) जैनुल आबदीन (कश्मीर का शासक) द्वारा पूरी कराई गई जामा मस्जिद पूर्णतया ईंटों से निर्मित है।
(b) कंगूरे (बुर्ज) जौनपुर की मस्जिदों की विशेषता है।
(c) जैनुल आबदीन की माँ का मकबरा इमारती लकड़ी, पत्थरों और ईंटों से निर्मित है।
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर - (d)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कोई भी कथन सत्य नहीं है।
कश्मीर के शासक जैनुल आबदीन द्वारा बनवाई गई जामा मस्जिद में लकड़ी, पत्थर और ईंटों का प्रयोग किया गया है।
कंगूरे (बुर्ज) जौनपुर नहीं, बल्कि कश्मीर की मस्जिदों की विशेषता है।
जैनुल आबदीन की माँ का मकबरा पूर्ण रूप से ईंटों और पॉलिशदार टाइलों से बना है, इसका निर्माण ईरानी शैली में किया गया है।
37. निम्नलिखित में से किस मंदिर में रामायण के दृश्यों का अंकन मिलता है?
(a) विठ्ठलस्वामी मंदिर
(b) हजारा राम मंदिर
(c) कैलाशनाथ मंदिर
(d) महाबलीपुरम का 'समुद्र तट का मंदिर'
उत्तर - (b)
व्याख्या- हजारा राम मंदिर में रामायण के दृश्यों का अंकण (चित्रण) मिलता है। यह मंदिर विजयनगर की वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मंदिर की दीवारों पर तथा खंभों पर भगवान राम एवं रामायण से संबंधित दृश्यों को भली भाँति दर्शाया गया है। हंपी (कर्नाटक) में स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माता राजा कृष्णदेवराय को माना जाता है।
38. निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प असत्य है?
(a) अकबर के काल की सबसे बड़ी उपलब्धि आगरा के पास फतेहपुर सीकरी में एक नई राजधानी का निर्माण करना है।
(b) बुलंद दरवाजा आगरा की एक प्रमुख इमारत है।
(c) जोधाबाई का महल ईरानी शैली में बना है।
(d) 'b' और 'c' दोनों
उत्तर - (d)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (b) और (c) असत्य हैं।
बुलंद दरवाजा आगरा में नहीं, बल्कि फतेहपुर सीकरी में अवस्थित है। यह अकबर द्वारा बनवाया गया एक वृहद् स्मारक है। जोधाबाई का महल ईरानी शैली से नहीं, बल्कि प्राचीन भारतीय शैली (बौद्ध स्थापत्य निर्माण शैली) में बना है।
कथन (a) सत्य है, क्योंकि वास्तविक अर्थों में मुगल वास्तुकला का आरंभ अकबर के काल में हुआ। अकबर के काल की सबसे बड़ी उपलब्धि आगरा के पास फतेहपुर सीकरी में स्थापित की गई नई राजधानी का निर्माण कराना था। यह विश्व की भव्य राजधानियों में से एक थी ।
39. निम्नलिखित कथनों का विचार कीजिए
1. लाहौर की बादशाही मस्जिद का निर्माण बाबर ने करवाया था।
2. दिल्ली की मोती मस्जिद का निर्माण औरंगजेब ने करवाया था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
(a) केवल 1 
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर - (b)
व्याख्या- दिए गए कथनों में से कथन (2) सत्य है । औरंगजेब मुगल बादशाह था उसके शासनकाल की प्रमुख इमारतों में दिल्ली की मोती मस्जिद प्रसिद्ध है। कथन (1) असत्य है, क्योंकि लाहौर की बादशाही मस्जिद का निर्माण बाबर ने नहीं, बल्कि औरंगजेब ने करवाया था।
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