NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Sources of Energy ऊर्जा के स्रोत

Sources of Energy ऊर्जा के स्रोत

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Sources of Energy  ऊर्जा के स्रोत

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Sources of Energy  ऊर्जा के स्रोत

1. निम्नलिखित में कौन ऊर्जा का अनवीकरणीय स्रोत है ?
(a) लकड़ी
(b) सूर्य
(c) जीवाश्मी ईंधन 
(d) पवन 
उत्तर - (c)
2. अम्लीय वर्षा होने का कारण यह है कि
(a) सूर्य वायुमंडल की ऊपरी परतों को तप्त करना आरंभ करता है
(b) जीवाश्मी ईंधनों के जलने पर वायुमंडल में कार्बन, नाइट्रोजन व सल्फर के ऑक्साइड मुक्त होते हैं
(c) बादलों में घर्षण के कारण विद्युत उत्पन्न होते हैं
(d) पृथ्वी के वायुमंडल में अम्ल होते हैं
उत्तर - (b)
3. तापीय विद्युत संयंत्र में उपयोग होने वाला ईंधन है 
(a) जल 
(b) यूरेनियम 
(c) जैवमात्रा
(d) जीवाश्मी ईंधन 
उत्तर - (d)
4. जल विद्युत संयंत्र में
(a) संचित जल की स्थितिज ऊर्जा विद्युत में रूपांतरित हो जाती है
(b) संचित जल की गतिज ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा में रूपांतरित हो जाती है
(c) जल से विद्युत निष्कर्ष की जाती है 
(d) विद्युत प्राप्त करने के लिए जल को भाप में रूपांतरित किया जाता है 
उत्तर - (a)
5. ऊर्जा का अंतिम स्रोत कौन-सा है ? 
(a) जूल
(b) सूर्य
(c) यूरेनियम
(d) जीवाश्म ईंधन 
उत्तर - (b)
6. ऊर्जा के निम्नलिखित रूपों में किसकी साज-सज्जा और उपयोग की प्रक्रिया में सबसे कम पर्यावरणीय प्रदूषण होता है ?
(a) नाभिकीय ऊर्जा
(b) तापीय ऊर्जा
(c) सौर ऊर्जा
(d) भूतापीय ऊर्जा 
उत्तर - (c)
7. महासागरीय तापीय ऊर्जा का कारण है
(a) महासागर में तरंगों द्वारा संचित ऊर्जा
(b) महासागर में विभिन्न स्तरों पर ताप में अंतर 
(c) महासागर में विभिन्न स्तरों पर दाब में अंतर 
(d) महासागर में उत्पन्न ज्वार
उत्तर - (b)
8. नाभिकीय ऊर्जा का उपयोग करने में प्रमुख समस्या यह है कि
(a) नाभिक को विखंडित कैसे करें
(b) अभिक्रिया को सतत कैसे बनाएँ 
(c) उपयोग के पश्चात् ईंधन का सुरक्षित कैसे करें
(d) नाभिकीय ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रूपांतरित कैसे करें
उत्तर - (c)
9. सौर कुकर का कौन-सा भाग पौधाघर प्रभाव के लिए उत्तरदायी है ? 
(a) बॉक्स के भीतर काली परत 
(b) दर्पण
(c) काँच की शीट 
(d) सौर कुकर का बाहरी आवरण 
उत्तर - (c)
10. बायोगैस का मुख्य अवयव है
(a) मिथेन
(b) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) हाइड्रोजन
(d) हाइड्रोजन सल्फाइड  
उत्तर - (a)
11. पवन चक्की में उत्पन्न ऊर्जा
(a) वर्षा ऋतु में अधिक होती है क्योंकि नम वायु होने पर पंखुडियों से वायु का अधिक द्रव्यमान टकराता है
(b) मीनार (टावर) की ऊँचाई पर निर्भर करती है
(c) पवन के वेग पर निर्भर करती है
(d) मीनार के निकट ऊँचे वृक्ष लगाकर बढ़ाई जा सकती है
उत्तर - (c)
12. सही प्रकथन चुनिए 
(a) सूर्य को ऊर्जा के अक्षय (असीम) स्रोत के रूप में लिया जा सकता है 
(b) पृथ्वी के भीतर जीवाश्मी ईंधन के अनंत (असीमित) भंडार हैं
(c) जल तथा पवन शक्ति संयंत्र प्रदूषण न फैलाने वाले ऊर्जा स्रोत हैं
(d) नाभिकीय शक्ति संयंत्रों के अपशिष्टों का निपटारा आसानी से किया जा सकता है
उत्तर - (a)
13. किसी जल विद्युत शक्ति संयंत्र में अधिक विद्युत शक्ति उत्पन्न की जा सकती है यदि जल अधिक ऊँचाई से गिराया जाए, क्योंकि 
(a) इससे जल के ताप में वृद्धि हो जाती है
(b) विद्युत उत्पन्न करने के लिए अधिक स्थितिज ऊर्जा उपलब्ध हो जाती है
(c) ऊँचाई में वृद्धि होने पर जल में विद्युत की मात्रा बढ़ती जाती है
(d) जल के अधिक अणु आयनों में वियोजित होते हैं 
उत्तर - (b)
14. पवन शक्ति के संदर्भ में असत्य प्रकथन का चयन कीजिए । 
(a) खुले स्थानों पर न्यूनतम पवन ऊर्जा की अपेक्षा की जाती है
(b) अधिक ऊँचाई वाले स्थानों पर पवनों की स्थितिज ऊर्जा पवन शक्ति का स्रोत होती है
(c) पवन चक्की की पंखुड़ियों से टकराने वाली पवनें पवन चक्की में घूर्णन उत्पन्न करती हैं, इस प्रकार प्राप्त घूर्णन का उपयोग किया जा सकता है
(d) पवन चक्की की पंखुड़ियों के घूर्णन की ऊर्जा के उपयोग की एक संभावित विधि विद्युत जनित्र के टरबाइन को घुमाना है। 
उत्तर - (b)
15. निम्नलिखित में असत्य प्रकथन का चयन कीजिए
(a) हमें अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ताकि पर्यावरण शुद्ध हो तथा जैवमात्रा ईंधन भी प्राप्त हो
(b) जब फसलों, वनस्पति के अपशिष्टों आदि का ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में विघटन होता है तो जैवगैस उत्पन्न होती है
(c) जैवगैस का प्रमुख अवयव एथेन है और यह अत्यधिक धुँआ उत्पन्न करती है तथा अत्यधिक राख भी शेष बच जाती है
(d) जैवमात्रा ऊर्जा का नवीकरणीय स्रोत है
उत्तर - (c)

ANSWERS

DISCUSSION

1. (c)

2. (b) अम्लीय वर्षा SO2, NO2 और CO2 के कारण होती है। 
  • अम्ल वर्षा के कारण जलीय प्राणियों की मृत्यु हो जाती है।
  • इस वर्षा के कारण खेतों और पेड़ पौधों की वृद्धि में गिरावट होती है। 
  • जर्मनी व पश्चिमी युरोप में जंगलो का नष्ट होने का कारण अम्ल वर्षा है।
  • इससे फसलों की पैदावार कम हो जाती है।
  • अम्लीय वर्षा के कारण मृदा की अम्लीयता बढ़ जाती है। जिसका मानव तथा जलीय जीवन पर विपरित प्रभाव पड़ता है।
  • ताजमहल का पीला होना अम्ल वर्षा का कारण है ।
  • अम्ल वर्षा का कारण– SO2 और NO2 है ।
3. (d) ताप विद्युत संयंत्र थर्मल पावर प्लांट ऊर्जा के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है।
  • जो विद्युत ऊर्जा का उत्पादन करने में सक्षम है।
  • ताप विद्युत केन्द्र ( Thermal Power Station) विद्युत उत्पादन संयंत्र है, प्रमुख घूर्ण (प्राइम मूवर) भाप से चलाया जाता है।
  • यह भाप कोयला, गैस को जलाकर एवं पानी को गर्म करके प्राप्त की जाती है।
  • जीवाश्म ईंधन एक प्रकार का कई वर्षों पहले बना प्राकृतिक ईंधन है।
  • जीवाश्म ईंधन पेट्रोल डीजन, कोयला, घासलेट इत्यादि के रूप में होता है।
  • इसका उपयोग वाहन चलाने, खाना पकाने, रोशनी करने आदि में किया जाता है।
4. (a) जल विद्युत संयंत्र में स्थितिज ऊर्जा विद्युत में रूपांतरित हो जाती है।
  • जल विद्युत शक्ति का श्रोत पानी है।
  • स्थितिज ऊर्जा =mgh
  • गतिज ऊर्जा = 1/2mv2
  • तनी हुई डोरी वाली धनुष में स्थितिज ऊर्जा 
  • पन बिजली संयंत्र आमतौर पर एक श्रोत पर या उसके पास स्थित होते हैं।
  • जल विद्युत उत्पादन में प्रथम राज्य आंध्र प्रदेश है।
  • जल विद्युत संयंत्र गिरते पानी के गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित कर देता है।
  • जल विद्युत संयंत्र अधिकतर बांधो से संबंधित है।
  • घड़ी व स्त्रींग में स्थितिज ऊर्जा होती है।
5. (b) ऊर्जा का अंतिम श्रोत और प्रत्यक्ष श्रोत सूर्य है।
  • ऊर्जा का प्रदुषण रहित श्रोत सूर्य है।
  • जीवाश्म ईंधन से मिथेन गैस निकलती है।
  • यह पृथ्वी के लिए ऊर्जा का प्रारंभिक श्रोत है।
  • सौर ऊर्जा की सहायता से सभी हरे पौधे (उत्पादक) प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया द्वारा भोजन का उत्पादन करते है।
  • युरेनियम का उपयोग परमाणु ऊर्जा में इसका उपयोग बिजली बनाने के लिए किया जाता है। 
6. (c) सबसे कम पर्यावरणीय प्रदूषण सौर ऊर्जा होता है।
  • सौर ऊर्जा को सीधे सुर्य से प्राप्त की जाती है। 
  • सुर्य की ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर ऊर्जा के रूप में जाना जाता है।
  • सौर ऊर्जा पृथ्वी पर जीवन का स्त्रोत होने के साथ-साथ मनुष्य को उपलब्ध सभी प्रकार की ऊर्जा का स्त्रोत है।
  • सौर ऊर्जा के चार प्रकार है-
    1. सौर लाभ
    2. सौर तापीय ऊर्जा सौर
    3. केन्द्रीय सौर
    4. फोटोवोल्टिक ऊर्जा
7. (b) समुंद्रो अथवा महासागरो के पृष्ठ का जल सुर्य द्वारा तप्त हो जाता है, इनके गहराई वाले भाग का जल उपेक्षाकृत ठंडा होता है।
  • महासागर की गहराई फैदोमीटर से नापते हैं ।
  • समुद्र की औसत गहराई लगभग 12100 फीट है
  • OTEC का उपयोग कर महासागरीय तापीय ऊर्जा का रूपांतरण विद्युत ऊर्जा में कर जनित्र के टरबाइन को चलाने में किया जाता है ।
  • OTEC का मतलब Ocean Thermal Energy Conversion है ।
  • केवल 20°C के तापमान का अंतर प्रयोग करने योग्य ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं ।
8. (c) नाभिकीय ऊर्जा का उपयोग नाभिकीय रिऐक्टर में किया जाता है, जिसके द्वारा विधुत का उत्पादन किया जाता है, जिससे कारखानों में बड़ी-बड़ी मशीनों को चलाया जाता है।
  • परमाणु ऊर्जा लोगों और पर्यावरण के लिए खतरा उत्पन्न करती है।
  • नाभिकीय ऊर्जा ग्लोबल वार्मिंग में किसी भी प्रकार का योगदान नही देती है।
  • यह नवीकरणीय ऊर्जा है।
9. (c) सौर कुकर का पौधाघर प्रभाव काँच की शीट के लिए उत्तरदायी है।
  • समतल दर्पण एक परावर्तक का काम करता है तथा सौर उष्मा को कुकर पर डालता है।
  • काँच की पट्टिका का काम पौधा घर प्रभाव पैदा करके सौर ऊर्जा को कुकर के अंदर जाने देता है।
  • लेकिन कुकर से उत्सर्जित विकिरणों को बाहर नहीं आने देता है।
  • सौर कुकर में समतल दर्पण सर्वाधिक उपयुक्त होता है।
  • सोलर कुकर में अवतल दर्पण का प्रयोग करते हैं।
  • सोलर कुकर खाना पकाने के लिए सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करता है। 
  • आग बुझाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का प्रयोग करते है।
  • हाइड्रोजन गैस को भविष्य का ईंधन कहा जाता है।
  • मिथेन गैस कोयला के खाद्यान में पाया जाता है।
10. (a) बायोगैस का मुख्य अवयव मिथेन (CH4) है।
  • बायोगैस विभिन्न घटको का मिश्रण है।
  • इसके प्रमुख घटक, मिथेन ( 55 – 75% ), कार्बन डाई ऑक्साइड ( 25 – 50% ) है, और कुछ मात्रा में हाईड्रोजन, नाइट्रोजन सल्फाइड, अमोनिया पायी जाती है।
  • गाय जुगाली करते समय मिथेन का उत्पन्न होना।
  • हाइड्रोजन का ऊष्मीय ईंधन मान उच्च होता है । (150KJ/Kg)
  • मिथेन धान के खेत में तथा दलदली जगह पर पाया जाता है ।
11. (c) पवन चक्की में उत्पन्न ऊर्जा पवन के वेग पर निर्भर करती है।
  • पवन चक्की बहुत कम मात्रा में बिजली का उत्पादन कर पाती है।
  • पवन ऊर्जा एक अक्षय ऊर्जा स्त्रोत है, जो पर्यावरण के अनुकूल और साफ है।
  • पवन ऊर्जा स्वच्छ ऊर्जा का एक स्त्रोत है।
  • जहाँ पर्याप्त मात्रा में पवन (हवा) चलती हो वहाँ पवन चक्की को स्थापित किया जा सकता है।
  • एक बड़ी पवन चक्की करीब 3.4 मेगावॉट बिजली पैदा करने में सक्षम है।
  • पवन ऊर्जा के क्षेत्र में प्रथम राज्य तमिलनाडु है ।
12. (a) सूर्य की रोशनी स्वतः ही पृथ्वी पर आती रहती है, जिसे अगर हम सौर ऊर्जा में परिवर्तित न भी करे तो भी यह पृथ्वी में आते ही रहेगी।
  • इस ऊर्जा के उपयोग से किसी भी प्रकार का नुकसान नही होता है, इसे भी अक्षय ऊर्जा ही माना जाता है।
  • अक्षय ऊर्जा के 7 प्रकार है-
    1. प्रकाश ऊर्जा
    2. यांत्रिक ऊर्जा
    3. गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा
    4. विधुत ऊर्जा
    5. ध्वनी ऊर्जा
    6. रासायनिक ऊर्जा
    7. परमाणु ऊर्जा
  • सूर्य के अन्दर उपस्थित हाइड्रोजन जुड़कर He में परिवर्तित होता है।
  • सूर्य से ऊर्जा का उत्पादन संलयन विधि द्वारा होता है।
  • जीवाश्म ईंधन एक प्रकार का कई वर्षों पहले बना प्राकृतिक ईंधन है।
  • जीवाश्म ईंधन का उपयोग वाहन चलाने, खाना पकाने, रोशनी करने आदि में किया जाता है।
  • पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा जाता है ।
13. (b) गिरते हुए या बहते हुए जल की गतिज ऊर्जा से जो विद्युत ऊर्जा उत्पन्न की जाती है, उसे जल विद्युत कहते हैं 
  • भारत में पहला जल विद्युत शक्ति गृह 1897 में प० बंगाल के सिद्रोपोग में स्थापित किया गया था।
  • जल विद्युत शक्ति ऊर्जा का सबसे सख्त एवं प्रदूषण मुक्त तथा अक्षय श्रोत है।
    1. वर्ष भर नदी में पर्याप्त मात्रा में जल हो ।
    2. जल विद्युत उत्पन्न करने के लिए जल को ऊँचे स्थान से गिराया जाता है।
  • बांध में स्थितिज ऊर्जा होती है ।
  • स्थितिज ऊर्जा = mgh
  • भारत में पहला जल विद्युत शक्ति गृह 1897 में दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल के सिद्रापोग में स्थापित किया गया था ।
  • दूसरा जल विद्युत गृह शिवसमुद्रम कावेरी नदी पर बनाया गया ।
14. (b) पवन की वह ऊर्जा जिसका उत्पादन पवन चक्कियों के माध्यम से होता है।
  • प्रायः पवन चक्कियां इससे विजली का उत्पादन करती है।
  • एक बड़ी पवन चक्की करीब 3.4 मेगावॉट बिजली पैदा करने में सक्षम है।
  • पवन शक्ति आज विश्व का सबसे तेजी से बढ़ता ऊर्जा स्त्रोत है।
  • 1990-1955 के दौरान 20% प्रति वर्ष की दर से पवन शक्ति से बिजली बनाने की अतिरिक्त क्षमता पैदा की गई।
15. (c) जैव गैस का प्रमुख अवयव मिथेन है।
  • वायो गैस का उपयोग ईंधन के रूप में एवं वाहनो को चलाने में किया जाता है।
  • जैव गैस एक जैव रासायनिक प्रक्रम द्वारा बनाया जाने वाला होता है, जो ईंधन में उपयोग होता है।
  • जैव गैस में मिथेन 50-75% तक होती है।
  • कार्बन डाई ऑक्साइड 25 45% तक होती है।
  • हाइड्रोजन में 0-1% तक होती है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here