Vyakaran

परिशिष्ट - अनुवाद के लिए कुछ गद्यांश

परिशिष्ट - अनुवाद के लिए कुछ गद्यांश

श्यामा पत्र लिखती है। रमेश आम (आम्रं ) खाता है। तुमलोग कहाँ जाते हो ? वह रामायण ...

परिशिष्ट - अनुच्छेद लेखन

परिशिष्ट - अनुच्छेद लेखन

निबन्ध की तरह किसी भी विषय पर अनुच्छेद लिखा जा सकता है, किन्तु उसमें निबन्ध की त...

समास

समास

एकपदीभाव: : समासः – दो या दो से अधिक पदों का एक पद हो जाना समास कहलाता है; जैसे—...

स्त्री-प्रत्यय

स्त्री-प्रत्यय

पुँल्लिंग या नपुंसकलिंग शब्दों से स्त्रीलिंग बनाने के लिए जिन प्रत्ययों का प्रयो...

तद्धित प्रत्यय

तद्धित प्रत्यय

संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा अव्यय पदों में तद्धित प्रत्यय लगते हैं। अण्, इन्, ढक...

कृदन्त

कृदन्त

तुमुन्, शतृ, शानच् आदि ‘कृत’ प्रत्यय कहलाते हैं। धातु के साथ इन कृत् प्रत्ययों क...

कुछ प्रेरणार्थक क्रियाएँ

कुछ प्रेरणार्थक क्रियाएँ

पाठयति — पढ़ाता है

कारक और विभक्ति

कारक और विभक्ति

क्रियान्वयिकारकम् - क्रिया के साथ जिसका प्रत्यक्ष सम्बन्ध हो, उसे कारक कहते हैं।...

क्रिया-प्रकरण

क्रिया-प्रकरण

धातुओं में तिङ् विभक्तियाँ लगाकर जो क्रिया - पद बनते हैं, उन्हें तिङन्त पद कहते ...

क्रियाविशेषण

क्रियाविशेषण

जिस विशेषण से क्रिया के गुण या अवस्था का बोध हो, उसे क्रियाविशेषण कहते हैं। क्रि...

विशेषण

विशेषण

विशेष्य (संज्ञा) की संख्या, अवस्था, गुण इत्यादि विशेषता बतानेवाले शब्द विशेषण कह...

अव्यय

अव्यय

लिंग, विभक्ति या वचन के कारण जिन शब्दों में किसी तरह का परिवर्तन न हो, वे अव्यय ...

सर्वनाम

सर्वनाम

सर्व, विश्व, उभ, उभय, तद्, यद्, इंदम्, अदस्, किम्, युष्मद्, अस्मद् इत्यादि सर्वा...

सुबन्त पद

सुबन्त पद

जैसा कि कहा जा चुका है, प्रत्येक सुबन्त पद लिंग, वचन, पुरुष और कारक से युक्त रहा...

अनुवाद कैसे करें ?

अनुवाद कैसे करें ?

जिस गद्यांश या वाक्य का संस्कृत में अनुवाद किया जाए उसे पहले सावधानी से पढ़कर का...

पुरुष

पुरुष

वक्ता उत्तम पुरुष, श्रोता (सुननेवाला) मध्यम पुरुष तथा जिसके बारे में कहा जाए उसे...